
लखीमपुर खीरी, गुरुनानक डिग्री कॉलेज परिसर में जल प्रबंधन समिति के तत्वावधान में जल संरक्षण, पर्यावरण संतुलन और सामाजिक चेतना विषय पर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं और समाज को जल संकट के प्रति जागरूक करना और पारिस्थितिक संतुलन को लेकर विचार साझा करना था।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. नमिता बरनवाल, विभागाध्यक्ष (जियोलॉजी) ने किया। मुख्य वक्ता डॉ. एस.सी. मिश्रा (सेवानिवृत्त प्रोफेसर, पी.डी. कॉलेज) ने जल संकट को केवल प्राकृतिक नहीं, बल्कि सामाजिक चुनौती बताया और इसके समाधान हेतु स्थानीय स्तर पर सहभागिता की आवश्यकता पर बल दिया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता जल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सेवक सिंह ने की। कार्यक्रम में हरजीत सिंह, प्रज्ञावतार, प्रीतम सिंह बग्गा, नरेश चंद्र वर्मा और रमेश कुमार वर्मा सहित कई प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
गुरुनानक डिग्री कॉलेज, गुरु नानक कन्या विद्यालय समिति और गुरु नानक इंटर कॉलेज के प्राचार्य बी.एन. शुक्ला, मीनाक्षी तिवारी और अरविंद सिंह ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
शिक्षकगण और छात्र-छात्राओं के अलावा साधना केंद्र की महिलाओं—ममता सिंह, मीना रानी बरनवाल, अर्चना त्रिपाठी, सोनी तिवारी, अनिल, जया आदि की भागीदारी उल्लेखनीय रही।
कार्यक्रम के दौरान पीपल, पाकर और बरगद के पौधों का सामूहिक रूप से एक ही स्थान पर रोपण किया गया, जो पारिस्थितिकी संतुलन और भारतीय संस्कृति में वृक्षों के महत्व का प्रतीक बना।
समापन भाषण सेवक सिंह व प्रज्यभानी द्वारा दिया गया और कार्यक्रम का समापन जलपान के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुआ।