नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले सप्ताह 24 जून को जम्मू-कश्मीर को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में सरकार जम्मू-कश्मीर से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा कर सकती है। मीटिंग में गृहमंत्री समेत कई अन्य बड़े नेता भी शामिल हो सकते हैं। साल 2019 में अनुच्छेद 370 को खत्म करने पर पैदा हुए राजनीतिक गतिरोध को समाप्त करने के लिए पीएम का यह पहला बड़ा कदम है।
गृह मंत्री अमित शाह ने की हाई लेवल मीटिंग
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राष्ट्रीय-कश्मीर में विकास कार्यों और सुरक्षा संबंधी स्थिति की समीक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और शीर्ष नौकरशाहों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में एनएसए अजीत डोभाल और केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला भी मौजूद थे। गृहमंत्री के साथ हुई इस उच्च स्तरीय बैठक को एक ऐसी राजनीतिक प्रक्रिया के रूप में देखा जा रहा है, जिस पर पिछले कई महीनों से काम चल रहा है और बहुत जल्द ये सामने आ सकता है।
मीटिंग में 16 पार्टियों के शामिल होने की संभावना
शुक्रवार तक पीएम के साथ होने वाली मीटिंग के अभी तक 9 राजनीतिक पार्टियों को न्योता दिया गया है, जबकि इस मीटिंग में कुल 16 पार्टियों को बुलाने की संभावना है। हालांकि अभी तक औपचारिक न्योता नहीं दिया गया है।
‘अभी मीटिंग में जाने का फैसला नहीं किया है…’
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के अल्ताफ बुखारी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन को चर्चा के लिए आमंत्रित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। महबूबा ने शुक्रवार रात बताया कि उन्हें केंद्र से 24 जून को बैठक के लिए फोन आया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अभी फैसला नहीं किया है। मैं अपनी पार्टी के सदस्यों से चर्चा करके अंतिम फैसला लूंगी।’’ अब्दुल्ला और महबूबा दोनों तत्कालीन जम्मू कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं।