नई दिल्ली। अफ़्गानिस्तान से अमेरिकी फौज के हटने के बाद तालिबानियों ने अफ़्गानिस्तान पर कब्जा कर लिया है। वहां के हालात काफी बेहाल हैं। लोगों में दहशत और डर का माहौल हुई है। लोग अफगानिस्तान छोड़ अपने देश लौटना चाहते है जिस कारण काबुल एयरपोर्ट पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली।वहां फंसे कई भारतीयों को भी मंगलवार सुबह काबुल से निकालकर जामनगर लाया गया है।
अफगानिस्तान संकट पर बोले जावेद अख्तर और शबाना
अफ़्गानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर देश-विदेश भर से तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इसी बीच फिल्म गीतकार जावेद अख्तर ने इसपर भड़कते हुए ट्वीट किया कि- “अमेरिका किस तरह की सुपर पावर वाला देश है की वह ज़िद्दी तालिबान को खदेड़ कर सबक तक नहीं सिखा सका और अब बिना दया के अफ़्गानी महिलाओं को तालिबानियों के पास छोड़ दिया है।” साथ ही जावेद ने अपने ट्वीट में भड़ास निकालते हुए यह भी कहा कि पश्चिमी देशों पर लानत है, जो कि खुद को मानवीय अधिकारों का रक्षक बताते हैं। शबाना आजमी ने भी जावेद अख्तर के समर्थन में री-ट्वीट करते हुए लिखा कि- “इतिहास ने हमें सिखाया है कि धर्मांध लोग पहले धर्म के नाम पर कल्चर पर अटैक करते हैं। याद है कि कैसे तालिबान ने 6ठी शताब्दी में (बामिया बुद्ध) को ध्वस्त किया था। यह क्रूरता की ओर इशारा करता है।”
जावेद अख्तर के ट्वीट पर लोगों के रिएकशन
फिल्म-गीतकार जावेद अख्तर और शबाना आज़मी के ट्वीट पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है। एक व्यक्ति ने ट्वीट कर कहा कि- “ जावेद को जवाब दें अफ़्गान महिलाएं कश्मीर और फिलिस्तीन की महिलाओं से किस प्रकार भिन्न हैं? क्या उन्हें कट्टरपंथियों द्वारा क्रूरता नहीं दी गई है या कश्मीर और फिलिस्तीन में कट्टरपंथियों ने महिलाओं और बच्चों के प्रति दया नहीं दिखाई है? क्या आप बच्चों और महिलाओं को पैलेट गन से गोली मारने और गनशिप से हमला करने के फुटेज देख पा रहे थे? बोलो…” और कुछ इसी तरह अलग-अलग लोगों ने ट्वीट पर अपनी तरह-तरह की प्रतिक्रिया साझा करी।