
झांसी।माह जुलाई में हुई चर्चित चोरी कांड की गुत्थी को पुलिस ने आखिर सुलझा लिया है। शुक्रवार की देर रात पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में दो शातिर चोरों को दबोच लिया गया। मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश के पैर में गोली लगी जबकि दूसरा साथी पुलिस के सामने समर्पण कर दिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से सोने-चांदी के जेवरात, तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं। वहीं उनका तीसरा साथी दीपक लोहार फरार हो गया है, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
मुठभेड़ का घटनाक्रम
एसएसपी बी.बी.जी.टी.एस. मूर्ति के निर्देशन में अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत नवाबाद थाना पुलिस और स्वाट टीम संयुक्त गश्त पर थीं। इसी दौरान करगुवाजी मंदिर के पास जंगल में दो संदिग्धों को देखकर पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया।
दोनों संदिग्धों ने पुलिस टीम पर तमंचों से फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक आरोपी के पैर में गोली लग गई और वह गिर पड़ा। उसका साथी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
गिरफ्तार आरोपी और बरामदगी
घायल आरोपी ने अपना नाम चपारी पुत्र श्याम, निवासी काशीराम कॉलोनी (थाना सीपरी), और उसके साथी ने अपना नाम कुट्टू पुत्र हरिराम, निवासी अंबाबाई पीली कॉलोनी बताया।
पुलिस ने इनके पास से एक तमंचा, कारतूस और चोरी किए गए सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए। पूछताछ में दोनों ने अपने फरार साथी दीपक लोहार, निवासी नारायण धर्मशाला रोड, का नाम बताया।
महेंद्र सिंह यादव के घर की थी बड़ी चोरी
आरोपियों ने बताया कि बरामद हुए जेवरात महेंद्र सिंह यादव, निवासी मेडिकल बाईपास तिराहा, के घर से चोरी किए गए थे। यह घटना 10 जुलाई को हुई थी, जब बदमाशों ने सीसीटीवी कैमरों के तार काटकर बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। किसी प्रकार का साक्ष्य न मिलने के कारण यह मामला पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था।
वरिष्ठ अधिकारियों ने लिया घटनास्थल का जायजा
मुठभेड़ और गिरफ्तारी की सूचना पर एसपी सिटी प्रीति सिंह मौके पर पहुंचीं और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिस टीम की कार्रवाई की सराहना करते हुए फरार आरोपी दीपक लोहार की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
पुलिस ने बताया कि घायल आरोपी का इलाज पुलिस अभिरक्षा में कराया जा रहा है और उससे पूछताछ के बाद अन्य वारदातों का भी खुलासा संभव है।