कछौना में ग्राम पंचायत अधिकारियों व ग्राम विकास अधिकारियों का सांकेतिक सत्याग्रह आंदोलन

कछौना, हरदोई। ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति के आवाहन पर शुक्रवार को ब्लॉक कार्यालय के पास अधिकारियों ने ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली और सचिवों से कराए जा रहे गैर-विभागीय कार्यों के विरोध में शांतिपूर्ण सांकेतिक सत्याग्रह आंदोलन किया। कर्मचारियों ने शासकीय कार्यों से दूरी बनाकर विरोध जताया, जिसके चलते ग्राम पंचायतों में जन्म–मृत्यु प्रमाण पत्र, पेंशन से जुड़े कार्य, ग्राम चौपाल और विकास संबंधी गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं।

प्रदर्शनकारी अधिकारियों का कहना है कि सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा ग्रामीण जनता को भुगतना पड़ रहा है। उनका आरोप है कि एक सचिव को मानक संख्या से अधिक ग्राम सभाओं में तैनात किया जाता है, ऐसे में ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था व्यावहारिक नहीं है। इसके अलावा मूल विभागीय दायित्वों के साथ उन्हें अन्य विभागों के कई अतिरिक्त कार्य भी सौंपे जा रहे हैं, जिसका वे पुरजोर विरोध कर रहे हैं।

समिति के अनुसार, 1 दिसंबर से जारी सत्याग्रह आंदोलन के तहत अधिकारी शासकीय कार्यों से दूरी बनाए हुए हैं। आंदोलनकारी अधिकारियों ने अपनी समस्याओं और मांगों से संबंधित ज्ञापन खंड विकास अधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजा, जिसमें ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली को समाप्त करने और गैर-विभागीय कार्यों से मुक्त करने की मांग की गई है।

सत्याग्रह स्थल पर दरी पर बैठकर विरोध दर्ज करने वालों में कर्मचारी दिलीप कुमार पटेल, सपना पाल, राजीव कुमार सिंह, रामकृष्ण कुमार, विपिन कुमार सिंह, राजेश त्यागी, धीरेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।