विदेश में नौकरी के नाम पर महिलाओं की तस्करी
कानपुर। विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर महिलाओं की तस्करी करने वाले गैंग का पर्दाफाश हो चुका है। मुख्य आरोपी को कमिश्नरेट कानपुर की क्राइम ब्रांच टीम ने दबोच लिया है। बंगलुरू में गिरफ्तार किए गए मुख्य अभियुक्त को क्राइम ब्रांच ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही है।
नौकरी दिलाने का झांसा दे तस्करी
तस्कर कानपुर और इसके आस-पास के जनपदों से काफी संख्या में महिलाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ओमान और अन्य देशों में सप्लाई करता था। मानव तस्करी के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने अप्रैल माह में दो एजेंट मुजम्मिल और अतीक उर रहमान को गिरफ्तार किया था। यह दोनों एजेंट बंगलुरु में रहने वाले अमीन को कानपुर और उसके आस-पास के जनपदों से महिलाओं की तस्करी करते थे। दोनों एजेंटो की गिरफ्तारी कर्नलगंज थाने में हुई एफआईआर की जांच के तहत हुई थी।
20 महिलाओं को अब तक विदेश भेजा
दोनों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि अभी तक 20 महिलाओं को वह विदेश भेज चुके हैं। इसके बदले कमीशन के रूप में प्रति महिला के हिसाब से इन्हें 25 से 30 हजार रुपये कमीशन के प्राप्त होते हैं। दोनों एजेंट ने पूछताछ के दौरान ही मुख्य एजेंट अमीन के बारे में जानकारी दी थी, जिसकी तलाश में क्राइम ब्रांच काम कर रही थी। इसी के तहत शुक्रवार को टीम को बड़ी सफलता बेंगलुरु में बैठे अमीन को दबोचने में मिली।
कानपुर, उन्नाव समेत देश के कई राज्यों में संपर्क
अमीन के विदेशों में संपर्क हैं। उसके पास ही विदेशों से महिलाओं के लिए डिमांड आती है। अमीन वीजा, पासपोर्ट, टूरिस्ट वीजा आदि का इंतजाम करता है। तस्कर गैंग ने सिर्फ कानपुर और उन्नाव ही नहीं, बल्कि देश के कई अन्य राज्यों के जनपदों से महिलाओं को विदेश भेजा है।