Kargil War Timeline: पाकिस्तानी घुसपैठ से तिरंगा लहराने तक, पढ़ें कारगिल युद्ध के 84 दिनों की पूरी वीरगाथा

कारगिल युद्ध के 84 दिनों की पूरी वीरगाथा

26 जुलाई, 1999 — वो तारीख जब भारत ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। आज इस ऐतिहासिक विजय को 26 साल पूरे हो चुके हैं। ‘कारगिल विजय दिवस’ के रूप में हर साल मनाया जाने वाला यह दिन उन वीर जवानों की याद दिलाता है, जिन्होंने 18,000 फीट की ऊंचाई पर दुश्मन को धूल चटाई। कारगिल युद्ध की शुरुआत 3 मई 1999 को हुई, जब कुछ स्थानीय चरवाहों ने भारतीय सेना को घुसपैठियों की जानकारी दी। इसके बाद शुरू हुआ संघर्ष 84 दिनों तक चला और 26 जुलाई को भारत ने विजय प्राप्त की।

कारगिल युद्ध की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि इसमें पाकिस्तान ने अपने सैनिकों को आतंकवादियों के रूप में भेजा। माइनस 30 से माइनस 40 डिग्री तापमान वाले इलाकों में भारतीय सेना ने जो पराक्रम दिखाया, वो इतिहास बन गया। पेश है उन 84 दिनों की पूरी टाइमलाइन, जो हर भारतीय को गर्व से भर देती है—


📅 कारगिल युद्ध की मुख्य घटनाओं की टाइमलाइन

🔹 3 मई 1999 – घुसपैठ की पहली सूचना कुछ स्थानीय चरवाहों ने दी।
🔹 5 मई 1999 – भारतीय सेना की पेट्रोलिंग पार्टी भेजी गई। सभी 5 जवानों ने बलिदान दिया, शवों के साथ बर्बरता की गई।
🔹 9 मई 1999 – पाकिस्तानी तोपों से हमला, भारतीय बारूद डिपो को निशाना बनाया गया।
🔹 10 मई 1999 – द्रास, काकसर, बटालिक सेक्टर में 600-800 पाकिस्तानी घुसपैठियों की मौजूदगी पाई गई।
🔹 15 मई 1999 – सेना की अतिरिक्त टुकड़ियों को विभिन्न इलाकों से भेजने की शुरुआत हुई।
🔹 26 मई 1999 – भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सफेद सागर के तहत पहली बमबारी की।
🔹 27 मई 1999 – दो भारतीय विमान मार गिराए गए, फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता युद्धबंदी बने, स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा शहीद।
🔹 31 मई 1999 – प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का बयान: “कश्मीर में युद्ध जैसे हालात।”
🔹 4 जुलाई 1999 – टाइगर हिल पर 11 घंटे की लड़ाई के बाद भारत का तिरंगा लहराया।
🔹 5 जुलाई 1999 – द्रास सेक्टर पर भारतीय सेना ने कब्जा किया।
🔹 7 जुलाई 1999 – बाटलिक सेक्टर की जुबर पहाड़ी पर भारत का कब्जा। कैप्टन विक्रम बत्रा शहीद हुए।
🔹 11 जुलाई 1999 – बाटलिक सेक्टर की सभी प्रमुख चोटियों पर भारत का नियंत्रण।
🔹 12 जुलाई 1999 – पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने बातचीत की पेशकश की।
🔹 14 जुलाई 1999 – भारतीय सेना ने दुश्मनों को खदेड़ते हुए अपने सभी क्षेत्र पुनः प्राप्त किए।
🔹 26 जुलाई 1999 – भारत ने कारगिल युद्ध जीतने की आधिकारिक घोषणा की।


कारगिल: वीरता, बलिदान और विजय की प्रतीक

भारत के इस विजय अभियान में 527 से अधिक सैनिकों ने सर्वोच्च बलिदान दिया और हजारों घायल हुए। कैप्टन विक्रम बत्रा, ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव, राइफलमैन संजय कुमार जैसे अनेक वीरों के शौर्य ने इतिहास रचा। ये युद्ध केवल सैन्य जीत नहीं था, बल्कि राष्ट्रीय एकता, साहस और संकल्प का प्रतीक बन गया।

आज जब हम कारगिल विजय दिवस 2025 मना रहे हैं, तो हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। ये विजय केवल सीमाओं की रक्षा नहीं, बल्कि हिंदुस्तान की अस्मिता की जीत थी।