
कानपुर। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर आज सरसैया घाट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भोर की पहली किरण के साथ ही गंगा तट पर आस्था का अद्भुत नज़ारा देखने को मिला। दूर-दूर से आए हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में पवित्र स्नान कर पुण्य अर्जित किया और दीपदान कर अपने परिवार, समाज तथा राष्ट्र के कल्याण की कामना की।
गंगा किनारे “हर हर गंगे”, “जय गंगा माता” के जयघोष से पूरा घाट भक्तिमय हो उठा। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने घाट पर दीप जलाकर नदी में प्रवाहित किए। हजारों दीपों की रौशनी से गंगा का जल आलोकित हो उठा, मानो धरती पर स्वयं देवलोक उतर आया हो।
घाट पर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में गंगा आरती की और पूजा-अर्चना कर कार्तिक स्नान का महत्व बताया। वहीं युवाओं ने मोबाइल कैमरों में इस अद्भुत दृश्य को कैद किया।
प्रशासन की ओर से घाटों पर सुरक्षा और साफ-सफाई के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे। नगर निगम और पुलिस प्रशासन की टीमें सुबह से ही घाटों पर तैनात रहीं। गोताखोरों और होमगार्डों को भी घाट किनारे लगाया गया था ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
स्थानीय समाजसेवी संगठनों और स्वयंसेवकों ने श्रद्धालुओं को प्रसाद, चाय और जलपान वितरित किया। कई धार्मिक संस्थाओं ने भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया जिससे पूरा माहौल और भी आध्यात्मिक हो गया।
कार्तिक पूर्णिमा पर सरसैया घाट पर उमड़ा यह आस्था का जनसागर न केवल श्रद्धा का प्रतीक बना बल्कि यह संदेश भी दे गया कि गंगा केवल नदी नहीं, भारतीय संस्कृति की जीवनधारा है।