
रामनगर (बाराबंकी)। केसरीपुर स्थित हनुमान मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन भगवान श्रीकृष्ण जन्म की कथा का दिव्य वर्णन हुआ। जैसे ही कथा में श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग आया, वैसे ही श्रद्धालु आनंदित होकर झूम उठे और “जय कन्हैया लाल की” के जयघोष के बीच नृत्य-गीत करने लगे।
कथा का वाचन आचार्य कंचन जी महाराज द्वारा किया जा रहा है। यजमान लल्लन तिवारी व जय देवी हैं, वहीं शशि मिश्रा, अजय मिश्रा, गुरुदीन तिवारी, पूर्वी दीन, नन्हें मिश्रा सहित कई लोग सहयोग में लगे हैं। कथा स्थल पर भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर आध्यात्मिक रसपान कर रहे हैं।
आचार्य कंचन जी ने कहा कि जब-जब अधर्म बढ़ता है और आसुरी शक्तियां धर्म कार्यों में बाधा डालती हैं, तब-तब प्रभु अवतार लेकर भक्तों की रक्षा करते हैं। उन्होंने बताया कि कंस के अत्याचार से व्याकुल देवताओं व संत-महात्माओं की पुकार पर भगवान विष्णु ने देवकी के गर्भ से श्रीकृष्ण रूप में अवतार लिया और आगे चलकर कंस के अत्याचार का अंत कर दिया।
श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग पर श्रद्धालुओं ने सोहर गाकर बधाई दी और भक्ति गीतों पर नृत्य कर भगवान के जन्मोत्सव का उल्लास मनाया।
कार्यक्रम में पूर्व चेयरमैन बद्री विशाल त्रिपाठी, विमलेश कुमार, सुशील ओझा, राज तिवारी, भुल्लू, गुड्डू, राजकुमार सहित सैकड़ों ग्रामवासी मौजूद रहे। कथा के समापन अवसर पर 27 अगस्त को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।