
खेरागढ़। तहसील क्षेत्र के गांव सैंया स्थित राजकीय महाविद्यालय में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” विषय पर छात्राओं द्वारा एक प्रेरणादायक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. गुलशन सक्सेना एवं मिशन प्रभारी डॉ. रेखा सुमन द्वारा माता सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
प्राचार्य प्रो. सक्सेना ने कहा, “बेटियाँ समाज की आधारशिला हैं, उनका शिक्षित और सशक्त होना राष्ट्र की उन्नति के लिए अनिवार्य है। इस नाटक का उद्देश्य समाज में बेटियों के प्रति समानता, शिक्षा और सम्मान की भावना को जागरूक करना है।”
प्रभारी डॉ. रेखा सुमन ने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ केवल सरकारी योजना नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन का संकल्प है।
नुक्कड़ नाटक में बी.ए. और बी.एससी. की छात्राएँ याना शर्मा, सरिता, लक्ष्मी, सुहाना, रुबिना, रितु और मोहिनी सहित अन्य छात्राओं ने प्रस्तुति दी। कलाकारों ने कन्या भ्रूण हत्या, बालिकाओं की शिक्षा और महिला सशक्तिकरण जैसे सामाजिक मुद्दों को संवेदनशील और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया।
इस दौरान प्राध्यापक डॉ. रविन्द्र कुमार, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. विजयानंद गौतम और दिनेश चंद्र लवानिया भी उपस्थित रहे।