खमरिया थाना क्षेत्र में सक्रिय चोर गैंग, एक ही रात में दो गांवों में आठ जगह चोरी से हड़कंप

लखीमपुर खीरी। खमरिया थाना क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बेखौफ चोर गैंग एक के बाद एक वारदातों को अंजाम दे रहा है, जबकि स्थानीय स्तर पर जिम्मेदार अधिकारी निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। हालात ऐसे बनते जा रहे हैं कि जिले के संवेदनशील और अनुशासनप्रिय पुलिस अधीक्षक की साख पर भी बट्टा लगता दिखाई दे रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार और गुरुवार की मध्य रात्रि खमरिया थाना क्षेत्र के लखपेड़ा और फत्तेपुर गांवों में चोरों ने जमकर आतंक मचाया। एक ही रात में 6 घरों और 2 दुकानों को निशाना बनाते हुए चोरों ने लाखों रुपये की नकदी और जेवरात चोरी कर लिए। लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाओं से ग्रामीणों में भय और आक्रोश व्याप्त है।

ग्राम पंचायत लखपेड़ा निवासी अनुज राजपूत पुत्र रामदुलारे के घर चोर पीछे की दीवार के सहारे छत पर चढ़े और सीढ़ी के रास्ते नीचे उतरकर कमरों में रखे बक्सों को तोड़ दिया। चोर दो छोटे बक्से उठा ले गए। पीड़ित के अनुसार बक्सों और रैक में रखे करीब 1 लाख 60 हजार रुपये नकद तथा लगभग 10 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के जेवरात चोरी कर लिए गए। गुरुवार सुबह घर के पीछे खेत में टूटे ताले वाले बक्से बरामद हुए, सामान बिखरा पड़ा था और बैग खाली मिले।

इसी गांव में रामपाल पुत्र टीकाराम के घर से चोर मंगलसूत्र उठा ले गए। वहीं रामकिशोर पुत्र भारत के घर कुंडी तोड़कर चोर अंदर घुसने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन आहट होने पर महिला के जाग जाने से चोर भाग निकले। बनवारी पुत्र चूरामन के घर भी चोर घुसे, मगर गृहस्वामी के जाग जाने पर बिना कुछ लिए फरार हो गए।

पड़ोसी गांव फत्तेपुर में भी चोरों ने जमकर वारदातें कीं। श्यामू शुक्ला पुत्र पैकरमा और मुनुवा बाजपेई के खोखे काटकर उनमें रखा सामान और नकदी चोरी कर ली गई। इसके अलावा रामलखन अवस्थी के घर ताला तोड़कर घुसे चोरों के हाथ ज्यादा कुछ नहीं लगा। गृहस्वामी की नींद खुलने पर चोर ठंड से बचाव के लिए एक शॉल उठाकर फरार हो गए। रामलखन के भतीजे सुधीर अवस्थी के घर के भी ताले काटे गए। सुधीर लखनऊ में रहते हैं और उनके घर से गृहस्थी का सामान चोरी हुआ। सुधीर के अनुसार उनके घर में पहले भी कई बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं।

लगातार हो रही इन वारदातों के बाद ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है। लोगों का कहना है कि चोरी की सूचना देने के बावजूद न तो रात्रि गश्त बढ़ाई गई और न ही किसी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। यदि समय रहते प्रभावी कार्रवाई होती तो चोर गैंग पर लगाम लगाई जा सकती थी।

जिले के पुलिस अधीक्षक को आमतौर पर एक संवेदनशील और सक्रिय अधिकारी माना जाता है, लेकिन खमरिया थाना क्षेत्र में बिगड़ती कानून-व्यवस्था उनकी छवि पर भी असर डाल रही है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि थाना स्तर की लापरवाही पर शीघ्र अंकुश नहीं लगाया गया तो आम जनता का पुलिस से विश्वास उठ सकता है। अब देखना यह है कि उच्चाधिकारी इस पूरे मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं और सक्रिय चोर गैंग पर कब सख्त कार्रवाई होती है।