खनमाफियाओं के खिलाफ किसानों का हुंकार, तहसील परिसर में धरना

पलियाकलां (खीरी)। सोमवार को पलिया तहसील परिसर किसानों के आक्रोश का केंद्र बन गया। किसान यूनियन (टिकैत गुट), राष्ट्रीय किसान यूनियन (बीएम सिंह) और भारतीय किसान मजदूर यूनियन के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने धरना देकर शारदा नदी किनारे हो रहे अवैध खनन और खनमाफियाओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की।
किसानों का आरोप है कि बीते दिनों ग्राम अतरिया क्षेत्र में कुछ लोग रात के अंधेरे में शारदा नदी के किनारे अवैध खनन कर रहे थे। इसका विरोध करने पर अतरिया निवासी सुरेन्द्र पाल सिंह के साथ खनमाफियाओं ने मारपीट की। पीड़ित सुरेन्द्र पाल सिंह किसानों के साथ कोतवाली पहुंचे और खनमाफियाओं के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित पक्ष पर ही क्रास मुकदमा दर्ज कर दिया।
धरने में किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह, राष्ट्रीय किसान यूनियन (बीएम सिंह) के जिला उपाध्यक्ष तेजेन्द्र सिंह और भारतीय किसान मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसके सिंहानिया ने कहा कि किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमा पूरी तरह अन्यायपूर्ण है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक किसानों पर दर्ज मुकदमा वापस नहीं लिया जाता और खनमाफियाओं की गिरफ्तारी नहीं होती, धरना जारी रहेगा।
धरने के कारण तहसील परिसर में दिनभर गहमागहमी बनी रही। प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे। वहीं, क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर किसानों में रोष लगातार बढ़ता दिखाई दे रहा है।