हर साल 30 जून को वर्ल्ड सोशल मीडिया डे मनाया जाता है। सोशल मीडिया लोगों की लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा बन चुका है, जिसके बिना लोगों का समय नहीं कटता है | लोग रोजाना कई घंटे सोशल मीडिया पर बिताते हैं। खासकर युवा इसके आदी हो चुके हैं। यह संचार, कनेक्टिविटी और सूचना शेयर करने का सबसे आसान तरीका है। आज के इस दौर में सोशल मीडिया ने सबके जीवन को पूरी तरह बदल दिया है | ज्यादातर लोग सोशल मीडिया से ही प्रेरित हो रखे है | यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो हर आदमी को अपनी आवाज को दुनिया तक पहुंचाने का मौका देता है | इसके महत्व को देखते हुए हर साल 30 जून को ‘सोशल मीडिया डे’ मनाया जाता है | यह दिन हमें सोशल मीडिया की उन अनगिनत खूबियों को याद दिलाता है, जो हमें ग्लोबल पर जोड़ती हैं और विचारों को शेयर करने का प्लेटफॉर्म देती हैं और क्रिएटिविटी को नई उड़ान देने का काम करती हैं |
क्या इतिहास है सोशल मीडिया डे का ?
इस दिन की शुरुआत साल 2010 में मशहूर टेक वेबसाइट मैशेबल ने की थी | सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को मान्यता देने के लिए 30 जून को चुना गया था | कहा जाता है कि जून के महीने में कई प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने रिकॉर्ड बनाए थे और यह महीना टेक इंडस्ट्री के लिए बेहद खास माना जाता है | मैशेबल की इस पहल को दुनिया भर के सोशल मीडिया यूजर्स, कंटेंट क्रिएटर्स, डिजिटल मार्केटर्स और ब्रांड्स ने अपनाया, जिससे यह एक ग्लोबल इवेंट बन गया | मैशेबल का उद्देश्य मीडिया, संचार और समाज को सभी रूपों में बदलने में सोशल मीडिया को एक वैश्विक उत्सव के रूप में बनाना था। जिसके बाद इस दिन ने काफी लोकप्रियता हासिल की और आज के समय में सोशल मीडिया पर ही दुनिया भर के लोग और संगठन निर्भर हैं। इस दिन को सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करने और उसको बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।
जानें क्या महत्व है सोशल मीडिया डे का ?
यह दिन हमारे जीवन में सोशल मीडिया के महत्व को पहचानने के लिए मनाया जाता है। इसका मकसद सोशल मीडिया के प्रभाव, इसकी पहुंच और समाज पर इसके पॉजिटिव योगदान को उजागर करना है | यह दिन लोगों को सोशल मीडिया के जरिए जुड़ने, विचार शेयर करने और इसके क्रिएटिव इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है | यह दुनियाभर के लोगों, व्यवसायों और समुदायों को एक साथ लाता है। साथ ही वेबिनार और डिजिटल कैंपेन भी चलाए जाते हैं | इसके अलावा, यह दिन दुनिया भर में लाखों लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने, जागरूकता फैलाने और सामाजिक बदलाव के लिए सोशल मीडिया की शक्ति को दर्शाता है |
क्यों मनाया जाता है यह दिन ?
सोशल मीडिया ने वैश्विक कनेक्टिविटी को संभव बनाया है, जिससे हम नए लोगों से जुड़ पाते है | यह सामाजिक जागरूकता और सक्रियता बढ़ाता है, जहां हम पर्यावरण, स्वास्थ्य से जुड़ी मुहिमों और मानवाधिकार अभियानों की जानकारी तुरंत पा सकते हैं | यह शिक्षा और व्यक्तिगत विकास के लिए भी सहायक है; मुफ्त कोर्स, ट्यूटोरियल और सीखने की सामग्री सहजता से उपलब्ध होती है | लोग अपनी खुलकर राय शेयर करते हैं और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया लोगों के लिए संभावनाओं की नई दुनिया खोलता है। तो वहीं कई लोग लगातार अपडेट रहने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं। छोटे व्यवसायों और स्टार्ट‑अप्स के लिए किफायती मार्केटिंग का जरिया बन गया है; ब्रांड जागरूकता, ग्राहक इंटरैक्शन और बिक्री बढ़ाने में सहायक |
सोशल मीडिया से होने वाले साइड इफेक्ट्स
इंटरनेशनल जनरल ऑफ होम साइंस में ‘सोशल मीडिया डे’ को लेकर प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में नई पीढ़ी के युवाओं के बीच सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ रहा है | रिपोर्ट्स में साफ है कि सोशल मीडिया का युवाओं पर पॉजिटिव और निगेटिव दोनों असर पड़ता है | इन दिनों लोग सोशल मीडिया से ही कई प्रकार की इन्फॉर्मेशन अपने दिमाग में स्टोर कर रहे है | जिसमें से काफी इन्फॉर्मेशन बेकार होती हैं | जो कि दिमाग को क्रिएटिव नहीं बनाती है | हर समय मेल, मैसेज, नोटिफिकेशन, कॉल, टेक्स्ट मैसेज के लोड से इंसान का फोकस काम हो जाता है | इन दिनों लोग रात भर फोन का इस्तेमाल करते हैं जिसकी वजह से उनकी नींद पूरी नहीं होती है | वहीं कुछ लोग सुबह उठते ही फिर फोन में घुस जाते हैं जिसका असर उनकी लाइफस्टाइल पर पड़ता है | डॉक्टर के मुताबिक हमें सोने से 3 या 4 घंटे पहले ही फोन से दूरी बना लेनी चाहिए | इससे इनसोम्निया और अन्य स्लीप डिसऑर्डर होते है | सोशल मीडिया पर लोग अपनी पूरी जानकारी, अपडेट, फोटो, वीडियो और लोकेशन तक शेयर कर देते हैं जिससे कि हैकिंग, फोटो का मिसयूज और अन्य प्राइवेसी बाधित करने वाली घटनाएं हो सकती है | जिससे की उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है |
जरूर पढ़े:
- Social Media Day 2025: जानें क्यों मनाया जाता है 30 जून को वर्ल्ड सोशल मीडिया डे ?
- Kolkata Law College Rape Case: कोलकाता लॉ स्टूडेंट गैंगरेप मामले में सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान, याचिका में CBI जांच की मांग
- लखनऊ में मूसलाधार बारिश से शहर बेहाल, जलभराव और जर्जर मकान गिरने से दहशत
- सुलतानपुर में सड़क पर जानवर आने से पलटा ट्रक, चालक बाल-बाल बचा
- अखिलेश की मौत से गांव में शोक की लहर, पत्नी गर्भवती, बहनों का इकलौता भाई था युवक