Komal & VK Pahuja Foundation ने किया कलाकारों को प्रोत्साहित, फाउंडेशन की कब और कैसे कलाकारों के लिए हुई थी शुरूआत

इस फाउंडेशन का सार इसके नाम में ही छिपा हुआ है आइए शुरूआत करते हैं जहां से इस फाउंडेशन को शुरू किया गया, वहीं से हम भी शुरूआत करते हैं। इसका नाम कब, क्यों और कैसे रखा गया, Komal & VK Pahuja Foundation की नींव वर्ष 2014 में 8 फरवरी को कोमल पाहुजा के निधन के बाद रखी गई।

एक उदार व्‍यवहार की होने के नाते कोमल पाहुजा ने परिवार की देखभाल के साथ वंचित समाज के बच्चों का भी साथ दिया और उनके उभरते हुए टैलेंट को आगे ले जाने का काम किया।  जिसमें मुख्य रुप से खेल, रंगमंच और सांस्कृतिक गतिविधियों के क्षेत्र शामिल हैं। वह ऐसी समाज सेविका की थीं जो लोगों के कल्याण, महिलाओं के सशक्तीकरण और विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के उत्थान में विश्वास करती थीं।

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वह मानती थी कि खेल, रंगमंच और सांस्कृतिक गतिविधियाँ युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने और उसी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए एक मंच भारत में प्रदान किया जाना अति आवश्यक है। अपने जीवन काल के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए वह हर किसी की मदद के लिए अंतिम समय तक साथ देने के लिए तैयार रहती थीं ।

फाउंडेशन द्वारा पहला थिएटर फेस्टिवल  का आयोजन 27 अक्टूबर 2014 को आयोजित किया गया था। पहले थिएटर फेस्टिवल की जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने के बाद कोमल पाहुजा के पति वी. के. पाहुजा का भी मनोबल बढ़ता चला गया और उन्‍होनें इससे अपने आप को प्रेरित किया, उनकी बड़ी बेटी डॉ.सुप्रिया पाहुजा पहले से ही एक थिएटर आर्टिस्ट थीं।

उन्‍होंने अपने पिता के साथ थिएटर फेस्टिवल को बेहतर करने में मदद की। वी. के. पीहूजा ने इस फाउंडेशन के माध्यम से अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों को एक मंच देने का काम किया जो कहीं ना कहीं छिपा हुआ था।

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उन लोगों को एक सही जगह की तलाश थी जहां उनके टैलेंट को निखारा जा सके। उन्‍होंने अपने अथक प्रयासों के साथ फाउंडेशन के द्वारा जनहित कार्य करते हुये अपने जीवन को समर्पित कर दिया। 19 अक्टूबर 2015 को वी. के. पीहूजा  का निधन हो गया। Mr.V.K.Pahuja & Mrs.Komal Pahuja अपने जीवनकाल के दौरान समाजसेवा, खेल, संस्कृति और कला को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते थे ।

इस फाउंडेशन मे अपने माता-पिता के सपनों को देखते हुए फाउंडेशन का संचालन सुश्री मीनाक्षी पाहुजा एवं उनकी बड़ी बहन, डॉ. सुप्रिया पाहुजा द्वारा पूरे तन-मन-धन के साथ किया जा रहा है। जिससे इस फाउंडेशन के द्वारा अधिक से अधिक लोगों को लाभ प्राप्त हो सके।

इस प्रकार के आयोजन फाउंडेशन द्वारा प्रतिवर्ष किए जाते हैं, इसी क्रम में इस वर्ष का आयोजन 27 अक्टूबर 2020 को आईआईसी लोधी एस्टेट, न्यू दिल्ली में किया गया। जहां पर पूरे भारतवर्ष से आये कलाकारों ने अपनी-अपनी संस्थाओं के माध्यम से भाग लिया।

उसी दिन एक ऐसे कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसकी कोरोना काल में लोगों को सबसे अधिक आवश्यकता है।  जिसका नाम एक्सक्लूसिव योगा परफॉर्मेंस था। जिसमें इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए ऐसे योगाओं को करके दिखाया गया जिससे आम जनमानस उन योगाओं को करके अपनी इम्यूनिटी पावर को बढ़ा सकता है, और इम्यूनिटी पावर स्ट्रांग होने से कोरोना संक्रमण फैलने का लगभग-लगभग खतरा समाप्त ही हो जाता है।

इसबार के कार्यक्रमों का आयोजन क्रमश: इस प्रकार था-

The Play Thats Goes Wrong 

Directed By – Azhar Khan

From- Weekend Theater & Films, Delhi

Jaisa Tum Kaho

Directed By -Bharat Bhushan Sharma

From- United Progressive Theater Association Meerut 

Tafteesh

Directed By – Sunil Chauhan 

From- Dramaturgy, Arts & Cultural Society, Noida

The Angry Jurors 

Directed By – Akhilesh Narain 

From- Eklavya Theater Dehradun

Patjhad Ke Baad

Directed By – Surendra Sagar 

From-Beyond Imagination Theatre Group