कोसी विद्या मंदिर के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन — राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में अंडर-14 चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्ज़ा

कोसीकला। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित 36वीं अखिल भारतीय राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता (13–16 नवम्बर 2025) में सरस्वती विद्या मंदिर, कोसीकलां के छात्रों ने अपने उत्कृष्ट प्रतिभा, अनुशासन और दमदार प्रदर्शन से पूरे क्षेत्र का नाम रोशन कर दिया। प्रतियोगिता मथुरा स्थित श्री जी बाबा सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित हुई, जिसमें देश के सभी प्रांतों की टीमें प्रतिभाग करने पहुँचीं।

इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में कोसीकलां के 10 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया, जिनमें से अधिकांश खिलाड़ियों ने मेडल जीतकर विद्यालय को गौरवान्वित किया।

🏅 मेडल जीतने वाले खिलाड़ी

गोल्ड मेडल : शिवम शर्मा, संजना चौधरी, सक्षम गोस्वामी, रुद्र नरूका

सिल्वर मेडल : गार्गी शांडिल्य, यश जोशी

ब्रॉन्ज मेडल : रेनू दीक्षित, सूर्य प्रताप सिंह, सुनील शर्मा, दिव्या

इन शानदार उपलब्धियों के साथ ही अंडर-14 बाल वर्ग की टीम ने ओवरऑल चैंपियनशिप ट्रॉफी जीतकर प्रतियोगिता में परचम लहराया, जो विद्यालय के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि साबित हुई।

राष्ट्रीय स्तर के लिए चयन

गोल्ड मेडल विजेता चार खिलाड़ियों का चयन अब सीजीएफआई राष्ट्रीय प्रतियोगिता हेतु हुआ है। ये खिलाड़ी आने वाले समय में इंदौर और पुणे में होने वाली प्रतियोगिताओं में विद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे।

विद्यालय में भव्य सम्मान समारोह

21 नवम्बर 2025 को विद्यालय में शानदार अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सभी विजेता खिलाड़ियों का उत्साहपूर्वक सम्मान किया गया। विद्यालय प्रबंध समिति के पदाधिकारियों ने खिलाड़ियों को मेडल, ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे—

प्रधानाचार्य अमित चतुर्वेदी

शिशु शिक्षा समिति के अध्यक्ष डॉ. जगदीश अग्रवाल

मंत्री अवधेश गुप्ता

विद्यालय प्रबंधक कृष्ण कुमार अग्रवाल

सह-प्रबंधक सचिन अग्रवाल

उपाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा

सभी अतिथियों ने छात्रों के प्रयासों, समर्पण और लगन की प्रशंसा करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रतिभाशाली छात्र विद्यालय, क्षेत्र और राष्ट्र का नाम ऊँचा कर रहे हैं।

विद्यालय परिसर आज गर्व और उत्साह से भरा रहा। खिलाड़ियों के चेहरे पर सफलता की चमक और जिम्मेदारी का उत्साह साफ दिखाई दे रहा था। यह उपलब्धि न केवल कोसी विद्या मंदिर, बल्कि कोसीकलां क्षेत्र के लिए भी एक बड़ा सम्मान है।