
कुशीनगर। गांव के दबंगों द्वारा प्रधानमंत्री आवास निर्माण कराने से रोकने और लगातार प्रताड़ित किये जाने से त्रस्त एक विकलांग महिला ने आखिरकार राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की गुहार लगा दी। पीड़िता ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी कुशीनगर महेंद्र सिंह तंवर को सौंपा। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए महिला को न्याय दिलाने का भरोसा जताया है।
रामकोला थाना क्षेत्र के सिंगहा गांव निवासी दिव्यांग अल्पना तिवारी दोनों पैरों से विकलांग हैं और अपने भाइयों पर पूरी तरह निर्भर हैं। अल्पना तिवारी ने बताया कि वर्ष 2024 में उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास स्वीकृत हुआ था जिसकी पहली किस्त भी जारी हो चुकी थी। वह अपने पैतृक भूमि पर मकान निर्माण करवा रही थीं कि 27 सितम्बर 2025 की शाम गांव के ही कुछ दबंगों ने उनके घर पर हमला कर दिया।
अल्पना के अनुसार, अज्जू, धीरज, मारकंडेय, सत्यम, अरुण और मनोज नामक दबंगों ने गोलबंद होकर उनके घर में घुसकर उनके भाई हेमंत मणि त्रिपाठी की पिटाई की और उन्हें बाल पकड़कर जमीन पर घसीटकर बेरहमी से मारा-पीटा। उन्होंने मजदूरों और मिस्त्रियों को गाली देकर भगा दिया, जिससे आवास निर्माण का कार्य ठप हो गया। जाते-जाते दबंगों ने निर्माण सामग्री की तोड़फोड़ भी की और कुछ सामान उठा ले गए।
अब तक नहीं हुई कोई कार्रवाई
पीड़िता के अनुसार, घटना के दूसरे दिन उनके भाई ने रामकोला थाने जाकर पूरी घटना की जानकारी दी और वीडियो साक्ष्य भी प्रस्तुत किया, परंतु थानाध्यक्ष राजप्रकाश सिंह ने न तो मुकदमा दर्ज किया और न ही किसी तरह की कार्रवाई की।
एसपी के निर्देश के बाद भी कार्रवाई नहीं
थक-हारकर जब पीड़िता के भाई ने पुलिस अधीक्षक केशव कुमार और एसीपी से मुलाकात की, तब उन्होंने तत्काल थानाध्यक्ष को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। फिर भी थाना पुलिस ने कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पीड़िता का कहना है कि वह दोनों पैरों से विकलांग हैं, कहीं आ-जा नहीं सकतीं और अब उनके पास न रहने को छत है, न सुरक्षा। इसलिए उन्होंने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है।