जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के पास इस साल पासपोर्ट सत्यापन के लिए पिछले साल से 16 हजार 466 आवेदन कम आए हैं.
जयपुर: कोरोना और लॉकडाउन से पहले विदेश के लिए उड़ान भरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही थी लेकिन अब ये रफ्तार थम सी गई है. कोरोना महामारी के चलते पूरे विश्व भर में आर्थिक मंदी आ गई है.
इसका सबसे बड़ा असर ट्रांसपोर्ट पर देखने को मिला है. देश में अनलॉक होने के 70 दिन बाद भी हवाई मार्ग से लेकर सड़क मार्ग तक पर यातायात सामान्य नहीं हो पाया है.
ट्रांसपोर्ट के तीनों प्रमुख साधनों (हवाई मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग) पर यात्री भार समान्य नहीं हो पाया है तो वहीं इस बार लॉकडाउन के चलते पासपोर्ट के लिए भी आवेदकों ने खासी रुचि नहीं दिखाई गई.
पिछले साल की तुलना में इस बार पासपोर्ट कार्यालय के पास 16 हजार कम पासपोर्ट आवेदन आए हैं.
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जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के पास इस साल पासपोर्ट सत्यापन के लिए पिछले साल से 16 हजार 466 आवेदन कम आए हैं. आंकड़ों के अनुसार, इस साल मार्च में 3232 आवेदन मिले, जो कि अप्रैल में घटकर महज 23 रह गए तो वहीं मई में यह आंकड़ा 21 ही रह गया लेकिन जून में आंशिक रूप से फ्लाइट संचालन शुरू होने के बाद 1920 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 1834 आवदेनों का निपटारा किया जा चुका है जबकि 86 आवेदन तकनीकी कारणों के चलते लंबित हैं, जिनका शीघ्र ही निस्तारण के दिया जाएगा.
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दरअसल, अभी भी अंतरराष्ट्रीय यात्रा शुरू होने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है. माना जा रहा है कि अगस्त माह से भी नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट शुरू नहीं हो सकेंगी. ऐसे में लोग पासपोर्ट बनवाने में भी रुचि नहीं दिखा रहे.
अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिर से शुरू होने पर पासपोर्ट बनवाने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी. कम संख्या में आवेदन मिलने से पासपोर्ट विभाग के लिए भी आवेदनों के निस्तारण में सुविधा हो रही है और नियत समय पर लोगों को उनके पासपोर्ट मिल पा रहे हैं.