
लखनऊ/मेरठ। प्रदेश की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को ‘मेड इन चाइना’ के मुकाबले ‘मेड इन मेरठ’ ब्रांड के रूप में पहचान दिलाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के खेल समिति प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को लखनऊ स्थित पिकप भवन में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल ने मेरठ की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को वैश्विक मंच पर स्थापित करने, स्पोर्ट्स इंडस्ट्री पार्क की स्थापना तथा स्पोर्ट्स नीति बनाए जाने का सुझाव दिया। इस दौरान फिक्की खेल उप समिति यूपी चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. कनिष्क पांडेय, अपर निदेशक अर्निबन दत्ता एवं सह-अध्यक्ष रचना गोविल ने मंत्री के समक्ष विस्तार से अपनी बात रखी।
फिक्की पदाधिकारियों ने बताया कि मेरठ में स्पोर्ट्स इक्विपमेंट बनाने वाले उद्यमियों से बातचीत के दौरान कई समस्याएं और सुझाव सामने आए हैं। इन सुझावों के आधार पर मेरठ, वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर समेत अन्य जिलों में स्पोर्ट्स इंडस्ट्री पार्क की स्थापना हेतु भूमि की उपलब्धता पर चर्चा हुई।
प्रयागराज में वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने का प्रस्ताव
प्रतिनिधिमंडल ने संगम नगरी प्रयागराज में वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित करने का प्रस्ताव भी रखा। उन्होंने कहा कि धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन दृष्टिकोण से प्रयागराज आदर्श स्थल है जहां वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देकर पर्यटन को भी पंख दिए जा सकते हैं। इस पर मंत्री नंदी ने प्रयागराज के बोट क्लब व अन्य घाटों को उपयुक्त बताते हुए हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
स्पोर्ट्स नीति बनाने का संकेत
इन्वेस्ट यूपी के सचिव विजय किरण आनंद ने बैठक में कहा कि यदि उद्यमी आगे आएं तो राज्य सरकार स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को प्रोत्साहित करने के लिए एक विशेष नीति भी बना सकती है, जिससे उद्यमियों को लंबी अवधि में बड़ा लाभ मिलेगा।
प्रतिनिधिमंडल ने जोर दिया कि आने वाले समय में खेल क्षेत्र में ‘मेड इन मेरठ’ ब्रांड को वैश्विक स्तर पर खड़ा किया जाए, ताकि भारत में बनी खेल सामग्री की गुणवत्ता और पहचान मजबूत हो सके।
बैठक में पिकप के एमडी पीयूष वर्मा, संयुक्त आयुक्त (निर्यात) पवन अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।