“माघ मेला 2026 की उलटी गिनती शुरू: नवंबर से हर हाल में शुरू हों निर्माण कार्य — मण्डलायुक्त”

प्रयागराज। माघ मेला 2026 की तैयारियों को लेकर प्रशासन अब मिशन मोड में आ गया है। गुरुवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण के सभागार में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने सभी विभागों को सख्त निर्देश दिए कि नवंबर की शुरुआत से हर हाल में माघ मेला के कार्य शुरू हो जाने चाहिए।

मण्डलायुक्त ने बैठक में मेला से जुड़े प्रमुख विभागों — पीडब्ल्यूडी, विद्युत, सिंचाई, स्वास्थ्य, जल निगम और मेला प्राधिकरण — से कार्यों की वर्तमान प्रगति रिपोर्ट मांगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी टेंडर प्रक्रियाएं इसी माह के भीतर पूरी कर ली जाएं, ताकि समय से काम शुरू हो सके और किसी भी प्रकार की देरी न हो।

बैठक में उन्होंने कहा कि माघ मेला प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान है, इसलिए तैयारी में लापरवाही या ढिलाई किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि छठ पर्व के अवसर पर संगम और अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए पानी, प्रकाश, साफ-सफाई, सुरक्षा और चिकित्सा जैसी सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित कराई जाएं।

सौम्या अग्रवाल ने विशेष रूप से संगम तट पर बाढ़ के बाद बने दलदल को समाप्त करने और जमीन के समतलीकरण का कार्य प्राथमिकता पर पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि मेला क्षेत्र में कोई बाधा न उत्पन्न हो और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

बैठक में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अजय पाल शर्मा, नगर आयुक्त सीलम साई तेजा, अपर मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद, उप जिलाधिकारी अभिनव पाठक, विवेक शुक्ला सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

मण्डलायुक्त ने कहा कि नवंबर से मेला क्षेत्र में सड़क निर्माण, विद्युत लाइनें, पेयजल पाइपलाइन, अस्थायी आवास, टॉयलेट ब्लॉक और स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना जैसे प्रमुख कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सभी विभाग अपनी दैनिक प्रगति रिपोर्ट मेला प्राधिकरण को उपलब्ध कराएं ताकि नियमित समीक्षा की जा सके।

प्रशासन का लक्ष्य है कि दिसंबर तक मेला क्षेत्र का बुनियादी ढांचा तैयार हो जाए और जनवरी में शुरू होने वाले माघ मेला 2026 का उद्घाटन पूर्ण सुविधाओं के साथ किया जा सके।