महादेवा महोत्सव की तैयारियों को लेकर संयुक्त मजिस्ट्रेट ने अधिकारियों संग की बैठक, सभी व्यवस्थाएँ दुरुस्त करने के निर्देश

रामनगर (बाराबंकी)। आगामी महादेवा महोत्सव की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक स्तर पर जोर-शोर से काम शुरू हो गया है। गुरुवार को तहसील सभागार में आयोजित बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट एवं मेला सचिव गुंजिता अग्रवाल ने संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की तथा सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को समय से पूरा करने के निर्देश दिए।

बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट ने कहा कि महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए पेयजल, साफ-सफाई, प्रकाश, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता पर की जाए। उन्होंने बीडीओ रामनगर जितेंद्र कुमार, बीडीओ सूरतगंज देवेंद्र सिंह और अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार खरवार को निर्देशित किया कि मेले में साफ-सफाई व्यवस्था में कोई भी कमी न रहे। विशेष रूप से अभरण सरोवर और आसपास के क्षेत्रों की सफाई समय से पूरी कराई जाए।

अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग को निर्देश दिया गया कि मेले की पूरी विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और अलग से एक ट्रांसफार्मर की व्यवस्था भी की जाए ताकि बिजली आपूर्ति निर्बाध रहे। वहीं लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता अजीत पटेल को निर्देश दिया गया कि सभी संपर्क मार्गों की मरम्मत और मार्गों पर पड़े मलबे को तुरंत हटाया जाए।

सीएचसी अधीक्षक डॉ. प्रणव कुमार श्रीवास्तव को निर्देशित किया गया कि मेले में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाए और चिकित्सा टीम के साथ एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। नलकूप विभाग को मेले के समीप स्थित नलकूपों को दुरुस्त रखने और पानी की टंकियों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति बनाए रखने का निर्देश दिया गया।

नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी अशोक खरवार को अस्थाई शौचालय, मोबाइल टॉयलेट, और पानी के टैंक की व्यवस्था समय से कराने को कहा गया। साथ ही, थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडेय को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने, भीड़ प्रबंधन और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी करने के निर्देश दिए गए।

जिला पंचायत विभाग के अधिकारियों से कहा गया कि मेला परिसर और मार्गों की प्रकाश व्यवस्था बेहतर और सुरक्षित होनी चाहिए। साथ ही, खंड शिक्षा अधिकारी सूरतगंज और रामनगर को निर्देश दिया गया कि विद्यालयों के शिक्षक और छात्र-छात्राएं महोत्सव के प्रचार-प्रसार में भागीदारी करें तथा अपने अभिभावकों को भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रेरित करें।

संयुक्त मजिस्ट्रेट गुंजिता अग्रवाल ने कहा कि “महादेवा महोत्सव न केवल आस्था का पर्व है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक भी है। इसलिए सभी विभाग मिलकर इस आयोजन को यादगार बनाने में अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाएं।”

बैठक में तहसीलदार विपुल कुमार सिंह, नायक तहसीलदार विजय प्रकाश तिवारी, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता नितिन, सहायक पर्यटन अधिकारी मनीष चौधरी, आबकारी इंस्पेक्टर उमाशंकर चौधरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

प्रशासन ने स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में सभी विभागों की संयुक्त टीम स्थल निरीक्षण करेगी ताकि किसी भी प्रकार की कमी को समय रहते दूर किया जा सके और श्रद्धालुओं को महोत्सव के दौरान किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।