लखनऊ। राजधानी लखनऊ के प्रसिद्ध व ऐतिहासिक मनकामेश्वर मंदिर में सोमवार को महंत दिव्या गिरी जी का 17वां पीठासीन गद्दी दिवस बड़े हर्षोल्लास और भक्ति भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत परंपरागत विधि-विधान से हुई। मठ के सेवदारों और श्रद्धालुओं ने महंत दिव्या गिरी जी के चरण धोकर उनका पूजन-अर्चन किया। इसके बाद विशेष आरती का आयोजन हुआ, जिसमें उपस्थित भक्तगणों ने बड़े उत्साह से भाग लिया। मंदिर परिसर में घंटा-घड़ियाल और वैदिक मंत्रोच्चार से वातावरण भक्तिमय हो उठा।
श्रद्धालुओं ने महंत दिव्या गिरी जी को पुष्पमालाओं से अलंकृत कर दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। मंदिर के सेवादारों ने बताया कि पिछले 17 वर्षों में महंत जी ने न केवल धार्मिक परंपराओं को मजबूती दी है, बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी अग्रणी भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में मनकामेश्वर मंदिर ने स्वच्छता, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण जैसे कई अभियानों में सक्रिय योगदान दिया है।
मठ परिसर में गद्दी दिवस के उपलक्ष्य में भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
महंत दिव्या गिरी जी ने इस अवसर पर भक्तों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मनकामेश्वर मंदिर हमेशा समाज और संस्कृति की धरोहर रहा है। उन्होंने सभी को धर्म, भक्ति और सेवा भाव से जुड़े रहने का संदेश दिया।