जैन #तीर्थंकर #वर्धमान महावीर की बिहार राज्य के #नालंदा में स्तिथ मोक्ष स्थली “पावा” / #पावापुरी प्राचीन काल से ‘पाप रहित’ ‘पवित्र नगर’ “अपापापुरी” नाम से प्रसिद्ध है!
पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर जरनल सर अलेक्ज़ैंडर कन्निघम ने अपनी प्रमाणिक टूर रिपोर्ट में भगवान #महावीर की मोक्ष स्थली “पावा” को “अपापापुरी” नाम से सम्बोधित किये जाने का उल्लेख पुरातत्व विभाग द्वारा प्रकाशित वर्ष 1875-78 की रिपोर्ट के पेज 170 पर है……..विश्व जैन संगठन
भगवान महावीर की मोक्ष स्थली से उस समय श्रद्धालुओं की इतनी अधिक भीड़ थी कि उनके द्वारा तिलक लगाने हेतु ली गयी थोड़ी सी मिट्टी से यहाँ बड़ा गढ्ढा बनकर विशाल जलाशय में परिवर्तित होकर “जल मन्दिर” के नाम से प्रसिद्ध होने का उल्लेख भी 1875-78 की रिपोर्ट में है!
भारत के किसी भी अन्य धार्मिक क्षेत्र के लिए 145 वर्ष पूर्व में ‘पाप रहित’ ‘पवित्र नगर’ “अपापापुरी” होने का उल्लेख जानकारी में नही है!