गंगा-जमुनी तहज़ीब का मेला: जब एक ही मंच पर हेमंत दास और मशकूर ने काटा फीता, शुरू हुई मखदूम शाह की रौनक

फतेहपुर (बाराबंकी)।नगर क्षेत्र स्थित हजरत शेख मखदूम हिसामुद्दीन बाबा की मजार पर शुक्रवार शाम दस दिवसीय ऐतिहासिक मेले की रौनक शुरू हो गई। उद्घाटन का शुभ क्षण उस वक्त देखने लायक था जब मेला कमेटी अध्यक्ष व पूर्व चेयरमैन मो. मशकूर और महंत हेमंत दास ने एक साथ फीता काटकर मेला शुभारंभ किया — दृश्य था कौमी एकता और गंगा-जमुनी तहज़ीब का सजीव प्रतीक।

हजारों लोगों की मौजूदगी में शुरू हुए इस मेले को लेकर पूरे क्षेत्र में उल्लास का माहौल है। मेला कमेटी अध्यक्ष मो. मशकूर ने कहा कि मखदूम शाह का मेला केवल व्यापार या मनोरंजन नहीं, बल्कि भाईचारे की विरासत है। वर्षों से यह मेला समाज के हर तबके को जोड़ता आया है, और यही इसकी असली पहचान है।

मशकूर ने बताया कि इस साल मेला और भी खास रहेगा —
🔹 31 अक्टूबर को वाराणसी के मशहूर जादूगर ए.एच. पाशा अपने शानदार मैजिक शो से दर्शकों को चकित करेंगे।
🔹 3 नवम्बर को आल इंडिया मुशायरा में देशभर के नामचीन शायर शामिल होंगे — ताहिर फराज, जौहर कानपुरी, शबीना अदीब, हासिम फिरोजाबादी, डॉ. ओम शर्मा ‘ओम’ और दानिश ग़ज़ल सहित कई सितारे अपने कलाम पेश करेंगे।
🔹 4 नवम्बर को टैलेंट हंट कार्यक्रम में बच्चे अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
🔹 5 नवम्बर को लखनऊ का मल्टी इंटरटेनर ग्रुप गीत-संगीत की प्रस्तुतियों से शाम को यादगार बनाएगा।
🔹 6 नवम्बर को आतिशबाज़ी और रोशनी के बीच मेले का समापन होगा।

मेला परिसर में स्टॉलों की चहल-पहल, मिठाइयों की खुशबू, झूलों की कतारें और बच्चों की खिलखिलाहट माहौल को उत्सव में बदल देती हैं। यह वही मेला है जहां हर साल हिंदू और मुसलमान मिलकर “यारी का यज्ञ” रचते हैं।

इस मौके पर महंत हेमंत दास, पूर्व प्रमुख दिनेश वर्मा, मो. नसीम गुड्डू, टीनू जैन, चौधरी वकार, अकीक सिद्दीकी पप्पू, सभासद अनिल शर्मा, नसरे आलम, मनोज श्रीवास्तव हैप्पी और आशीष सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।