मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर भीषण सड़क हादसा,6 लोगों की मौत

मथुरा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर सोमवार को हुए भीषण सड़क हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है। इससे पहले हादसे में 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी, लेकिन गंभीर रूप से घायल दो यात्रियों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यह हादसा यमुना एक्सप्रेस-वे के माइलस्टोन 127 के पास हुआ, जहां तेज रफ्तार बसों और अन्य वाहनों की भीषण भिड़ंत के बाद आग लग गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे पर अचानक कई बसें और छोटे वाहन आपस में टकरा गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कुछ ही पलों में वाहनों में आग भड़क उठी। हादसे में पांच बसें और दो छोटे वाहन चपेट में आ गए। आग की चपेट में आने से कई यात्री वाहनों में ही फंस गए और बाहर नहीं निकल सके, जिससे उनकी मौके पर ही जलकर मौत हो गई। वहीं, कई यात्रियों ने सूझबूझ दिखाते हुए जलती बसों से कूदकर अपनी जान बचाई।

इस भीषण हादसे में 60 से अधिक यात्री घायल हुए हैं। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को मथुरा और आसपास के जिलों के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस मौके पर पहुंच गईं। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर मौजूद रहे और हालात की निगरानी की।

हादसे के बाद यमुना एक्सप्रेस-वे पर लंबा जाम लग गया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को हटवाकर यातायात को धीरे-धीरे सुचारू कराया। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और अचानक ब्रेक लगना हादसे की एक बड़ी वजह मानी जा रही है, हालांकि पुलिस सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है।

लखनऊ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद मथुरा में हुए इस सड़क हादसे का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित और बेहतर उपचार के भी स्पष्ट निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपये तथा घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।

यह दर्दनाक हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन की गंभीरता को रेखांकित करता है। प्रशासन ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे एक्सप्रेस-वे पर निर्धारित गति सीमा का पालन करें और सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं।