दिल्ली में मायावती की समीक्षा बैठक — संगठन मज़बूती, जनाधार विस्तार और मिशनरी भावना पर जोर

दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने दिल्ली में आयोजित राज्यवार बैठक में दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात राज्यों के पार्टी संगठन की तैयारी एवं कार्यों की गहन समीक्षा की। बैठक में पोलिंग बूथ स्तर पर संगठन की मज़बूती और सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के दिशा-निर्देशों पर हुई प्रगति का विस्तृत मूल्यांकन किया गया।

मायावती ने कहा कि “अम्बेडकरवादी पार्टी और मूवमेंट को तन, मन, धन से मज़बूत करने में ही जनहित और देशहित निहित है।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि पूर्व में दिये गये दिशा-निर्देशों पर अमली कार्रवाई को गति दें और संगठन की कमियों को जल्द दूर करें।

बैठक के दौरान मायावती ने उत्तर भारत, ख़ासकर उत्तर प्रदेश और बिहार से रोज़ी-रोटी की तलाश में दिल्ली आने वाले लाखों मज़दूर परिवारों की बदहाल स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “दिल्ली भी, अन्य राज्यों की तरह, अपने ‘अच्छे दिन’ से काफी दूर है। राष्ट्रीय राजधानी को देश में एक मिसाल बनना चाहिए।”

बीएसपी प्रमुख ने यह भी दोहराया कि पार्टी का लक्ष्य “शोषित से शासक वर्ग” बनने का है, जिसके लिए हर राज्य के कार्यकर्ताओं को यूपी की तरह जोश और जज्बे के साथ संघर्ष करना होगा।

उन्होंने बताया कि आगामी 6 दिसम्बर 2025 को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की परिनिर्वाण दिवस को दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात में मिशनरी भावना से मनाया जाएगा, न कि जातिवादी पार्टियों की तरह केवल दिखावटी तरीके से।