एबी फाउंडेशन के तत्वावधान मैं वैश्विक मानवतावाद मे भारत का योगदान तथा आतंकवाद का जीडीपी के ऊपर पड़ने वाले नुकसान के संदर्भ में आयोजित वेबिनार के मुख्य वक्ता केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल बीके सिंह ने अपने सारगर्भित संबोधन मे मानवतावाद की व्याख्या करने के साथ ही सेना में सेवाकाल के दौरान आतंकवाद की मूल समस्याओं के कारणों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
उन्होंने निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर परमार्थ तथा सभी के कल्याण के लिए कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने सभी धर्मों के ऊपर मानवता तथा मानव धर्म की आवश्यकताओं को आज की जरूरत बताया।
पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल सिंह ने देशहित तथा विश्व में शांति के लिए काम करने को असली मानवतावाद बताते हुए कहा कि जनतंत्र से लोगों के जीवन का उत्थान ही असल उद्देश्य होना चाहिए।
यही असली मानवतावाद है। जनरल वीके सिंह ने सनातन धर्म की आदिकाल से मानवतावाद की विशद भूमिका का विस्तार से उल्लेख करते हुए कहा कि आज मानवतावाद को चोट एक समुदाय विशेष की कट्टरपंथी कार्रवाई के चलते पहुंच रही है।
‘जीयो और जीने दो” की अवधारणा के विपरीत उनकी सोच उनके समुदाय को विनाश की ओर ले जाने वाली है। काफिर को लेकर कुरान मे जो लिखा गया था उसका आज के परिप्रेक्ष्य कोई मतलब ही नहीं है। आतंक के समूल सफाए के लिए विश्व को एकजुट होना पड़ेगा।
हजारो साल से दुनिया को मानवता, शांति का संदेश देने वाले भारत का, जो आतंक से सर्वाधिक पीडित देश है, नेतृत्व करना समय की मांग है। सनातन धर्म का मूलमंत्र ‘सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामया’ ही सही मायने मे मानवतावाद और आतंकवाद को जवाब है।
कार्यक्रम के पैनलिस्ट के रूप में इंडिया न्यूज़ के मुख्य संपादक श्री अजय शुक्ला ने लिंचिंग तथा गौ हत्या को लेकर दूसरे समुदाय पर हमले को, जो अप्रासंगिक था, प्रश्न किया।
दूसरे पैनलिस्ट आज तक चैनल के पूर्व संपादक श्री दीपक शर्मा ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य मे किसी निगेटिव सोच वाले व्यक्ति को आज के युवा अपना आदर्श न माने, इस पर बल दिया।
कार्यक्रम के तीसरे पैनलिस्ट आजतक चैनल के डिप्टी कार्यकारी प्रोड्यूसर श्री विकास मिश्रा ने आतंकवाद, माओवाद तथा उग्रवाद सभी को सामने रखते हुए अपना सवाल रखा। कार्यक्रम के चौथे पैनलिस्ट नवभारत टाइम्स के मेट्रो संपादक श्री आशुतोष त्रिपाठी ने कुछ जटिल प्रश्नों को वक्ता के सामने रखा।
कार्यक्रम के पांचवे पैनलिस्ट 24×7 देशप्राण न्यूज़ के मुख्य संपादक श्री नदीम रिजवी ने आतंकवाद को लेकर कुछ गंभीर प्रश्न श्री वीके सिंह से किए तथा उत्तर से संतुष्ट हुए। अन्य पैनलिस्ट श्री संजय पांडे, श्री अरविंद त्रिपाठी, श्री नवीन पांडे ने भी प्रश्न पूछ कर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान दिया।
कार्यक्रम में संस्था के मीडिया प्रभारी एवं चर्चित वरिष्ठ पत्रकार श्री पदम पति शर्मा ने मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए अपने अनुभव एवं सवालों को सभी के साथ साझा किया। संस्था के ट्रस्टी चार्टर्ड अकाउंटेंट श्री चंद्रकांत मिश्रा ने संस्था की ओर से आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने संस्था की ओर से कृषि, किसान, छात्र और सबसे अहम आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत लगातार आयोजित वेबिनार की चर्चा की।
वरिष्ठ टीवी जर्नलिस्ट सुश्री अनिता चौधरी तथा श्री रवि पांडे ने क्रमशः मॉडरेटर तथा को मॉडरेटर की भूमिका में कार्यक्रम को सफल बनाने में बेहतरीन भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के अंत में संस्था की तरफ से धन्यवाद ज्ञापन करते हुए अधिवक्ता श्री आनंद कुमार सिंह ने सभी पैनलिस्ट के साथ जनरल वीके सिंह का विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापन किया।
उन्होंने कहा कि भारतवर्ष भगवान बुद्ध की जन्म भूमि तथा कर्म भूमि रहा है। इसी देश ने दुनिया को बौद्ध धर्म की अहिंसा का उपदेश दिया। भारत समस्त विश्व को एक परिवार के रूप मे देखता है।