इंदौर में कंप्यूटर बाबा पर हुई कार्रवाई को लेकर शिवराज सरकार के मंत्री ने तीखी टिप्पणी की है. सहकारिता मंत्री अरविंद भदोरिया ने कहा कि कंप्यूटर बाबा संत नहीं बल्कि ब्लैकमेलर हैं. कंप्यूटर बाबा जो करते हैं, वो संतों का व्यवहार नहीं है.
उन्होंने कहा कि कंप्यूटर बाबा को दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की जोड़ी ने अपने प्लान-बी के तहत बनाया हुआ है. उनसे बयान दिलवाते हैं ताकि असल मुद्दों से ध्यान बंट जाए.
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार है, अगर कोई गलत करेगा तो उसको छोड़ा नहीं जाएगा. भले ही वो कंप्यूटर बाबा हों, मिर्ची बाबा हों, आरिफ मसूद हों या अरविंद भदोरिया हों.
सहकारिता मंत्री ने कहा कि कंप्यूटर बाबा ने लोकसभा चुनाव में किसके लिए धूनी रमाई थी? मिर्ची बाबा ने किसके लिए मिर्ची जलाई थी? लेकिन क्या दिग्विजय सिंह चुनाव जीत पाए? इसलिए यह लोग संत नहीं ये तो नौटंकी करने वाले लोग हैं.
बता दें कि औद्योगिक शहर इंदौर में रविवार को जिला प्रशासन ने ग्राम जमूडीह में नामदेव दास त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा द्वारा किए गए अतिक्रमण पर कार्रवाई की थी. वहीं, शिवराज सरकार की कार्रवाई पर कांग्रेस ने सवाल उठाए थे.
पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा था कि शिवराज सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. खुद शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें राज्यमंत्री बनाया था. उस समय वो बीजेपी के लिए संत थे, लेकिन अब शैतान दिखने लगे.