
बहराइच। जनपद में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में रिजर्व पुलिस लाइन सभागार में अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में अपर पुलिस अधीक्षक नगर व ग्रामीण, सभी क्षेत्राधिकारी, प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष, प्रतिसार निरीक्षक तथा विभिन्न शाखाओं के प्रभारी उपस्थित रहे।
गोष्ठी के दौरान पुलिस अधीक्षक ने शासन की मंशा के अनुरूप जनसमस्याओं के संवेदनशील एवं समयबद्ध निस्तारण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने थानों पर बीट स्तर से प्राप्त प्रार्थना पत्रों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने, प्रतिदिन होने वाली जनसुनवाई को प्रभावी बनाने तथा फरियादियों से सम्मानजनक व्यवहार करने के निर्देश दिए।
आईजीआरएस व सीएम डैशबोर्ड पर विशेष फोकस
पुलिस अधीक्षक ने आईजीआरएस, सीएम डैशबोर्ड, सीसीटीएनएस व सिटिजन सर्विसेज जैसे पोर्टलों की नियमित मॉनिटरिंग कर प्रार्थना पत्रों का समय से निस्तारण करने तथा असंतुष्ट फीडबैक में कमी लाकर जनपद की रैंकिंग सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि आमजन की समस्याओं के बेहतर समाधान के लिए आईजीआरएस कंट्रोल रूम/फीडबैक सेल की स्थापना भी की गई है।
अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश
चोरी, नकबजनी, लूट व धोखाधड़ी जैसी घटनाओं पर तत्काल अभियोग पंजीकृत कर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से आधार, पैन कार्ड बनाकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोहों की पहचान कर उनके विरुद्ध प्रभावी विधिक कार्रवाई करने पर जोर दिया गया। साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए विवेचकों को साइबर प्रशिक्षण लेने के भी निर्देश दिए गए।
यातायात व सीमा सुरक्षा पर विशेष ध्यान
सर्दियों में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए यातायात नियमों का सख्ती से अनुपालन कराने, अवैध व नियमविरुद्ध वाहनों पर चालान व सीज की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। भारत–नेपाल सीमा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करने पर भी जोर दिया गया।
महिला सुरक्षा व कम्यूनिटी पुलिसिंग को प्राथमिकता
महिला सुरक्षा को लेकर एंटी रोमियो टीमों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाने, मनचलों पर सतत निगरानी रखने तथा जनसुनवाई, बीट व्यवस्था और कम्यूनिटी पुलिसिंग को प्रभावी बनाकर आमजन का पुलिस पर विश्वास बढ़ाने के निर्देश दिए गए। साथ ही जीवंत ग्राम योजना के तहत सीमावर्ती गांवों में पुलिस मित्र व्यवस्था को सशक्त करने पर बल दिया गया।
गोष्ठी के अंत में पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों व थाना प्रभारियों को नियमित पैदल व रात्रि गश्त, संदिग्ध व्यक्ति व वाहन चेकिंग कर जनपद में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।