
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मिशन शक्ति अभियान का पांचवां चरण अब एक जन आंदोलन का रूप लेता जा रहा है। “सशक्त नारी, समृद्ध उत्तर प्रदेश” की थीम पर चलाए जा रहे इस चरण में महिलाओं और स्कूली बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस भी इस मुहिम को लगातार गति दे रही है। इसी क्रम में आज शहर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस विभाग द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। महिला सशक्तिकरण को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए रिजर्व पुलिस लाइन से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक जागरूकता मैराथन का आयोजन किया गया। इस मैराथन में 312 रिक्रूट महिला आरक्षियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ डीसीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर किया। वहीं, पीजीआई के सेक्टर-8, वृंदावन योजना से भी महिला आरक्षियों की मैराथन निकाली गई, जिसका शुभारंभ डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने किया।
महिला रिक्रूट आरक्षियों ने दौड़ लगाकर महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा का संदेश दिया। इस अवसर पर लखनऊ पुलिस ने संकल्प लिया कि महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने की मुहिम लगातार जारी रहेगी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आम जनता, विशेषकर महिलाओं और लड़कियों, को उनके अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। साइबर अपराधों से बचाव और आत्मरक्षा के उपाय भी इस अभियान का अहम हिस्सा हैं।
मैराथन में शामिल महिला आरक्षियों ने यह संकल्प लिया कि वे न केवल स्वयं जागरूक रहेंगी, बल्कि समाज की अन्य महिलाओं और बालिकाओं को भी सुरक्षा और अधिकारों के मुद्दों पर शिक्षित करेंगी।
लखनऊ पुलिस के इस अभियान ने मिशन शक्ति को जमीनी स्तर पर और मजबूती दी है, जिससे यह साबित हो रहा है कि नारी शक्ति ही उत्तर प्रदेश की समृद्धि की आधारशिला है।