नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 फरवरी को चुनावी राज्यों असम और पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे, जहां वह तेल व गैस क्षेत्र के साथ रेलवे की कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी सोमवार को पहले असम के धेमाजी में आयोजित एक समारोह में तेल व गैस क्षेत्र की महत्वपूर्ण योजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और उसके बाद पश्चिम बंगाल के हुगली में कई रेल परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।
असम में प्रधानमंत्री जिन तेल व गैस परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे उनमें बोंगाईगांव स्थित इंडियन ऑयल की इंडमैक्स (आईएनडीएमएएक्स) इकाई, डिब्रूगढ़ के मधुबन स्थित ऑयल इंडिया लिमिटेड का सहायक टैंक फार्म और तिनसुकिया के हेबेडा गांव का गैस कंप्रेसर स्टेशन शामिल है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री धेमाजी इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन करेंगे और सुआलकुची इंजीनियरिंग कॉलेज की अधारशिला भी रखेंगे।
पीएमओ के मुताबिक इन परियोजनाओं से ऊर्जा सुरक्षा और समृद्धि के क्षेत्र में एक युग की शुरुआत होगी और इनसे स्थानीय युवकों के लिए रोजगार की संभावनाओं के द्वार खुलेंगे।
इस अवसर पर असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भी उपस्थित रहेंगे।
पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नोआपाड़ा और दक्षिणेश्वर के बीच मेट्रो की विस्तारित सेवा का उद्घाटन करेंगे और इस खंड पर हरी झंडी दिखाकर पहली ट्रेन को रवाना करेंगे। लगभग 4.1 किलोमीटर लंबे इस विस्तारित खंड के निर्माण पर 464 करोड़ रुपये की लागत आई है। यह पूरा खर्च केंद्र सरकार ने वहन किया है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री दक्षिण पूर्व रेलवे के 132 किलोमीटर लंबे खड़गपुर-आदित्यपुर तीसरी लाइन परियोजना के तहत कलाईकुंडा और झाड़ग्राम के बीच 30 किलोमीटर लंबे खंड का उद्घाटन करेंगे। कलाईकुंडा और झाड़ग्राम के बीच चार स्टेशनों को पुन:विकसित किया गया है।
इस दौरान प्रधानमंत्री पूर्वी रेलवे के हावड़ा- बैंडेल-अजीमगंज खंड के तहत अजीमगंज और खारगराघाट रोड के बीच दोहरीकरण को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। साथ ही वह डानकुनी और बारुईपाड़ा के बीच चौथी लाइन और रसूलपुर और मागरा के बीच तीसरी रेल लाइन सेवा का लोकार्पण करेंगे।
पीएमओ के मुताबिक इन परियोजनाओं से लोगों को समय की बचत के साथ बेहतर परिवहन सेवा मिलेगी और क्षेत्र के आर्थिक विकास को बल मिलेगा।
असम और पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। असम में जहां भाजपा सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी है, वहीं पश्चिम बंगाल में उसका लक्ष्य सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से हटाना है।