
उत्तर प्रदेश सरकार के कार्यवाहक मुख्य सचिव एवं अपर मुख्य सचिव (वित्त एवं माध्यमिक शिक्षा) दीपक कुमार ने आज इन्वेस्ट यूपी कार्यालय में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में राज्य की प्रमुख निवेश परियोजनाओं की प्रगति और आगामी ग्राउंड-ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) की तैयारियों का आकलन किया गया।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को सभी परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। उन्होंने उद्योग संगठनों के साथ सक्रिय संवाद बनाए रखने, नीतियों एवं प्रोत्साहन योजनाओं को और बेहतर बनाने तथा अनुमोदन प्रक्रियाओं को बाधारहित एवं सरल बनाने पर बल दिया।
निवेश प्रोत्साहन की प्रगति
इन्वेस्ट यूपी अधिकारियों ने अवगत कराया कि हाई-लेवल एम्पावर्ड कमेटी (HLEC) के माध्यम से हर माह औसतन 10 लेटर ऑफ कम्फर्ट (LOC) निवेशकों को जारी किए जा रहे हैं। इस वर्ष अब तक 60 से अधिक LOC जारी हो चुके हैं। विभिन्न नीतियों के तहत दिए जाने वाले निवेश प्रोत्साहन, एसजीएसटी प्रतिपूर्ति और पूंजीगत सब्सिडी जैसी सुविधाओं का भी प्रस्तुतीकरण किया गया।
इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि निवेश प्रोत्साहन को सुदृढ़ करने के लिए विशेष प्रकोष्ठ बनाए गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के सहयोग हेतु एक समर्पित फॉरेन डेस्क भी स्थापित किया गया है।
जीबीसी, जीआईएस और अंतर्राष्ट्रीय रोडशो
बैठक में आगामी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (GBC) और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) की तैयारियों की समीक्षा की गई। इन्वेस्ट यूपी ने बताया कि विदेशों से निवेश आकर्षित करने के लिए रोडशो आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है, जिसमें दूतावासों और उद्योग संगठनों का सहयोग लिया जाएगा। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि लक्षित निवेशकों को आकर्षित करने के लिए विशेष रणनीतिक प्रयास किए जाएँ।
बैठक में अपर मुख्य सचिव (अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास) आलोक कुमार, इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विजय किरण आनंद, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी शशांक चौधरी सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।