
अशर्फिया मस्जिद चॉल, कसाईबाड़ा, कुर्ला ईस्ट, थाना क्षेत्र मुंबई महाराष्ट्र में दिनांक 07 अगस्त 2025 को समय करीब 11:00 बजे उत्तर प्रदेश एसटीएफ लखनऊ को बड़ी सफलता हाथ लगी। एसटीएफ उत्तर प्रदेश द्वारा वांछित एवं पुरस्कार घोषित सक्रिय अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु जारी अभियानों के क्रम में विभिन्न फील्ड इकाइयों को अभिसूचना संकलन और कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इसी कड़ी में अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ लखनऊ श्री दिनेश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण और निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम अपराधियों की जानकारी एकत्र कर रही थी।
इसी दौरान उप निरीक्षक राहुल परमार के नेतृत्व में मुख्य आरक्षी पुष्पेन्द्र सिंह, मु.आ. अरविन्द सिंह, देवेश द्विवेदी, आरक्षी सत्यम यादव व चालक शिवकुमार की टीम को सूचना प्राप्त हुई कि प्रतापगढ़ जनपद के थाना पट्टी क्षेत्र में वांछित ₹50,000 का इनामी अपराधी शहरेयार मुंबई के अशर्फिया मस्जिद चॉल, कसाईबाड़ा में छिपकर रह रहा है। प्राप्त सूचना के आधार पर टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए शहरेयार को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में शहरेयार ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि वर्ष 2018 में अपने साथी अरमान के साथ मिलकर एक होमगार्ड को पीटकर उसकी रायफल छीन ली थी, जिसका मुकदमा थाना मान्धाता में दर्ज है। वर्ष 2019 में मेराज और अफसर के साथ मिलकर थाना जेठवारा, प्रतापगढ़ में जन सेवा केंद्र से 1.5 लाख रुपये की लूट की थी। इसके अलावा वह शहबाज, लम्बू, तौफीक उर्फ छोटू और शहबाज उर्फ लोडर के साथ मिलकर गुजरात में भी लूट की घटनाओं में शामिल रहा है।
वर्ष 2024 में बड़ौदा (गुजरात) स्थित एक पेट्रोल पंप से उसने 4.65 लाख रुपये की लूट की थी, जिसमें उसका एक साथी मौके पर पकड़ा गया था जबकि अन्य—including शहरेयार—मौके से फरार हो गए थे। वह इस केस में भी वांछित था। वर्ष 2025 में थाना क्षेत्र देल्हूपुर, प्रतापगढ़ में एक युवक के साथ लूट की वारदात को भी अंजाम दिया था।
इसके अतिरिक्त, महफूज नामक व्यक्ति से आपसी रंजिश के चलते 17 जून 2025 को शहरेयार और उसके साथियों ने करौल बाजार में नबाव नामक युवक के साथ मारपीट और फायरिंग की घटना को अंजाम दिया, जिसमें चार लोग घायल हुए थे। इस घटना को लेकर थाना पट्टी, जनपद प्रतापगढ़ में मुकदमा दर्ज है।
घटना के बाद से शहरेयार लगातार फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था। एसटीएफ की इस कार्रवाई से प्रतापगढ़, गुजरात व अन्य राज्यों में दर्ज कई मामलों की कड़ियां खुलने की उम्मीद है। गिरफ्तार आरोपी से आगे की पूछताछ जारी है और उसे विधिक प्रक्रिया के तहत न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।