नाथ कॉरिडोर को उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा तोहफा, पर्यटन विकास के लिए 14.91 करोड़ की धनराशि स्वीकृत

लखनऊ, 23 जून 2025:
उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाई देने के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए नाथ कॉरिडोर परियोजना के तहत बरेली स्थित प्रमुख नाथ मंदिरों के समग्र विकास हेतु 14.91 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की है। इस राशि से तपेश्वरनाथ, त्रिवटी नाथ और वनखंडी नाथ मंदिरों का व्यापक सौंदर्यीकरण और आधुनिकीकरण किया जाएगा।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि तपेश्वरनाथ मंदिर के विकास के लिए 6 करोड़, त्रिवटी नाथ मंदिर के पर्यटन विकास के लिए 4.72 करोड़, और वनखंडी नाथ मंदिर के लिए 4.19 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। इस परियोजना का उद्देश्य इन प्राचीन धार्मिक स्थलों को न केवल श्रद्धालुओं के लिए अधिक सुविधाजनक बनाना है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय आध्यात्मिक पर्यटन मानचित्र पर भी प्रमुख स्थान दिलाना है।

जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग मंदिर परिसरों के सौंदर्यीकरण हेतु विशेष कार्य करेगा। इनमें पत्थरों की कलात्मक नक्काशी, धौलपुर पत्थर की बैठने की बेंचें, आधुनिक प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल की सुविधा, और मंदिरों के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते सूचना बोर्ड शामिल हैं। मंदिर परिसरों की बाहरी संरचनाओं को भी नये और आकर्षक रूप में ढाला जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को एक आध्यात्मिक, शांति से परिपूर्ण और सुविधाजनक अनुभव मिल सके।

पर्यटन मंत्री ने यह भी कहा कि यह परियोजना उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को सहेजने के साथ-साथ स्थानीय आर्थिक विकास को भी गति देगी। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या से स्थानीय व्यवसाय, हस्तशिल्प, भोजनालय और आवासीय सुविधाओं को भी लाभ होगा, जिससे क्षेत्र की समग्र प्रगति संभव हो सकेगी।

वनखंडी नाथ मंदिर के विकास को लेकर मंत्री ने कहा कि यह इस बात का उदाहरण है कि सरकार बरेली को धार्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित करने को लेकर गंभीर है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार न केवल भौतिक सुविधाओं पर ध्यान दे रही है, बल्कि श्रद्धालुओं को एक समृद्ध आध्यात्मिक अनुभव देने के लिए भी प्रतिबद्ध है।

जयवीर सिंह ने बताया कि नाथ कॉरिडोर के माध्यम से बरेली और उसके आस-पास के क्षेत्रों को देश के प्रमुख आध्यात्मिक पर्यटन स्थलों के रूप में पहचान दिलाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि “आधुनिक सुविधाएं और बेहतर आधारभूत संरचना” न केवल श्रद्धालुओं की यात्रा को सहज बनाएगी, बल्कि उन्हें ज्ञानवर्धक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध अनुभव भी प्रदान करेगी।

इस प्रकार, उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक गौरव और क्षेत्रीय विकास के त्रिवेणी संगम के रूप में सामने आ रही है। नाथ कॉरिडोर न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार और आय के नए अवसर भी पैदा करेगा।