
गोंडा। जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र में 307 आईपीसी लगाने और जेल भेजने की धमकी देकर रिश्वत मांगने वाला एक धमकीबाज दरोगा एंटी करप्शन टीम की बड़ी कार्रवाई में मंगलवार को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया। मवाबगंज ब्लॉक परिसर में पीड़ित से दस हजार रुपये लेते ही टीम ने दरोगा को दबोच लिया, जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
गिरफ्तार दरोगा की पहचान आजमगढ़ जनपद के रौनापार थाना क्षेत्र अंतर्गत आराजी देवारा करकिया गांव निवासी अमर पटेल पुत्र जय प्रकाश के रूप में हुई है। वह नवाबगंज थाना क्षेत्र के हल्का नंबर चार में तैनात था। आरोप है कि उसने नवाबगंज थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव निवासी बृजेश यादव को एक मुकदमे की विवेचना के दौरान धारा 307 आईपीसी बढ़ाने और जेल भेजने की धमकी दी और इसके एवज में दस हजार रुपये की रिश्वत की मांग की।
बताया गया कि यह मामला 23 दिसंबर 2025 को रघुनाथपुर गांव निवासी हरीशचंद्र मिश्र की तहरीर से दर्ज मुकदमे से जुड़ा है, जिसमें आरोप था कि पांच लोगों ने उनके घर आकर मारपीट की थी। इस मुकदमे में विश्नोहरपुर गांव के गड़ेरियन पुरवा निवासी बृजेश यादव का नाम भी शामिल किया गया था। आरोप है कि इसी मुकदमे से नाम हटाने और धारा 307 न बढ़ाने के बदले दरोगा अमर पटेल ने बृजेश यादव से रिश्वत मांगी।
खुद को निर्दोष बताते हुए बृजेश यादव ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन प्रभारी धनंजय सिंह से की। शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन टीम ने गोपनीय जांच शुरू की और शिकायतकर्ता का बयान, संबंधित दस्तावेज, ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग जैसे अहम साक्ष्य जुटाए। इसके बाद जाल बिछाया गया।
मंगलवार दोपहर योजना के तहत बृजेश यादव ने दरोगा अमर पटेल को विकास खंड कार्यालय परिसर में रुपये देने के लिए बुलाया। जैसे ही दरोगा ने रिश्वत की रकम ली, पहले से मौजूद एंटी करप्शन टीम ने उसे मौके पर ही पकड़ लिया। चश्मदीदों के अनुसार, दरोगा ने भागने का प्रयास भी किया, लेकिन टीम ने उसे दबोच लिया। इसके बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया गया।