
लखीमपुर खीरी। जवाहर नवोदय विद्यालय मितौली में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब विद्यालय के 160 छात्रों ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। छात्रों ने प्रिंसिपल एस.के. सक्सेना और एक कर्मचारी कमाल अहमद पर गंभीर आरोप लगाते हुए सस्पेंशन और स्थानांतरण की मांग की। आरोप है कि प्रिंसिपल ने अपनी वैवाहिक वर्षगांठ के अवसर पर कक्षा 11 की छात्राओं से मेहंदी लगवाकर जबरन नचाया और छात्रों के साथ दुर्व्यवहार व पिटाई की।

छात्रों ने सुबह 8 बजे से प्रदर्शन शुरू किया, भोजन और नाश्ता करने से इनकार कर दिया और फांसी लगाने की धमकी दी। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। लेकिन छात्रों ने नवोदय विद्यालय समिति लखनऊ से पहुंचे सहायक आयुक्त और अन्य अधिकारियों की भी बात नहीं मानी।

9 घंटे चला हंगामा, शाम 5 बजे टूटा ताला
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शाम 5 बजे प्रशासन के आदेश पर पुलिस ने ताला तोड़कर सभी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला। मौके पर कई थानों की पुलिस, सीओ, एम्बुलेंस सहित आपात सेवाएं तैनात रहीं। छात्रों के समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ता भी विद्यालय पहुंचे और नारेबाजी की।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने दिए जांच के निर्देश
जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। छात्रों को परिजनों की उपस्थिति में सुपुर्द कर दो दिन का अवकाश दे दिया गया है। डीएम ने कहा कि छात्रों की उचित मांगों के परीक्षण के साथ-साथ प्रकरण में किसी षड्यंत्र की आशंका की भी जांच की जाएगी।