
लखीमपुर-खीरी। निघासन क्षेत्र के नानक नगर गांव में पांच दिन से लापता 35 वर्षीय बाबूराम का शव रविवार को तालाब किनारे गन्ने के खेत में मिला। शव मिलने से गांव में सनसनी फैल गई। परिजनों ने 1900 रुपए के लेनदेन विवाद को लेकर पड़ोसी वार्ड के चार युवकों पर हत्या का आरोप लगाया है।
परिजनों के मुताबिक मृतक और आरोपियों के बीच 1900 रुपये को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद में कुछ दिन पहले दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। घटना के बाद से बाबूराम मानसिक रूप से परेशान था। वह मंगलवार सुबह घर से बिना बताए निकला था और वापस नहीं लौटा।
रविवार दोपहर ग्रामीण जब तालाब की ओर गए तो गन्ने की मेड़ पर पड़े शव को देखकर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। निघासन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और घटनास्थल का निरीक्षण किया। परिजनों का आरोप है कि बाबूराम की हत्या कर शव को खेत में फेंक दिया गया, ताकि घटना को छिपाया जा सके।
बाबूराम मजदूरी करता था और बीते कुछ वर्षों से लद्दाख में काम कर रहा था। ठंड बढ़ने के कारण वह करीब दो महीने पहले ही गांव लौटा था। परिवार में पत्नी अनीता (30), दो बेटियां—10 वर्षीय प्रियांशी और 7 वर्षीय मांशी—साथ ही मां प्रेमलता और पिता बिंद्रा रहते हैं। बड़े भाई मनोहर की पहले ही दुर्घटना में मौत हो चुकी है। बाबूराम तीन भाइयों में सबसे छोटा था।
परिवार पर एक और गहरा आघात यह है कि चचेरे भाई बहादुर की बेटी सुमन की शादी आज है और बारात कुशाहा से पहुंच चुकी है। ऐसे में अचानक हुई मौत से पूरा परिवार सदमे में डूब गया।
कोतवाल निघासन महेशचंद्र ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर बाबूराम की गुमशुदगी मंगलवार को दर्ज कर ली गई थी। उसकी तलाश में विभिन्न थानों के सूचना बोर्डों पर पोस्टर लगाए गए और सोशल मीडिया पर भी प्रसारण कराया गया। लेनदेन विवाद में नामजद चारों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी, तभी शव बरामद हुआ। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी और उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। एहतियातन पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दिया है। ग्रामीणों में आक्रोश है और पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। फिलहाल यह सवाल बना हुआ है—क्या यह दुर्घटना है या हत्या? इसका खुलासा जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही होगा।