उत्तर रेलवे के 1025 रेलवे स्टेशनों पर न्यूनतम मूलभूत सुविधाओं का भी दिया प्रावधान
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, श्री आशुतोष गंगल ने उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक में रेलपथों पर संरक्षा, गतिशीलता सम्बन्धित कार्य, बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों और मालभाड़ा लदान पर चर्चा की गयी। उन्होंने यह भी बताया कि रेल मंत्रालय की नीति के अनुसार उत्तर रेलवे के 1025 रेलवे स्टेशनों पर न्यूनतम मूलभूत सुविधाएं, जिनमें प्लेटफॉर्म की ऊँचाई बढ़ाने, जन उदघोषणा प्रणाली, फुट-ओवर-ब्रिज, प्लेटफॉर्म शैल्टर, पेयजल, वाटरकूलर, बैठने की व्यवस्था, शौचालय, लाईटें, पार्किंग व सर्कुलेटिंग एरिया, टाइम-टेबल डिस्प्ले बोर्ड, साइनेज़, इलैक्ट्रॉनिक ट्रेन इंडिकेटर बोर्ड, डस्टबीन इत्यादि शामिल हैं, उपलब्ध कराई जायेंगी।
रेलपथों पर संरक्षा पर ध्यान
आपको बता दें कि आशुतोष गंगल ने कहा कि संरक्षा उत्तर रेलवे की प्राथमिकता है । उन्होंने रेलपथों और वैल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने तथा रेलपथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन पर किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने आगामी कोहरे के मौसम के दौरान संरक्षा बढ़ाने के लिए मंडलों को अभियान चलाने के निर्देश दिए । साथ ही कहा कि जहां भी आवश्यक है वहां कर्मचारियों को परामर्श दिया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि रेल पटरियों की दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी की जानी चाहिए और इसमें कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए।
पंक्ति के अंत तक सुविधा पहुंचाने का प्रयास
मालभाड़ा बिजनेस डेवलपमेंट पर बात करते हुए महाप्रबंधक ने व्यापार यूनिटों को बढ़े हुए दायरों का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा कि बीडीयू को ग्राहकों के बीच भरोसे, सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाना चाहिए । उन्होंने कहा कि रेलवे द्वारा दी जा रही रियायतें ग्राहकों तक पहुँचनी चाहिए । उन्होंने बताया कि खाद्यान्नों एवं अन्य मदों के लदान में प्रत्येक गुजरते माह के साथ वृद्धि हुई है। उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।