अमर भारती : राजधानी दिल्ली में यातायात नियमों का पालन न करना आम सी बात है, लेकिन इस पर सख्ती दिखाते हुए वाहन चालकों पर अब सीसीटीवी कैमरे से नजर होगी और इसे सीधे कोर्ट से जोड़ा जाएगा। इसके बाद चालान सीधे नियम तोड़ने वाले के मोबाइल फोन या फिर ई मेल पर आएगा। इसका भुगतान सीधे डेबिट या क्रेडिट कार्ड से किया जा सकेगा।
दरअसल यह कार्यप्रणाली वर्चुअल कोर्ट ने बनाई है। राजधानी दिल्ली में पहली वर्चुअल कोर्ट की शुक्रवार को तीस हजारी अदालत में शुरू हो गई और इसका उद्घाटन सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज मदन बी लोकुर ने किया।
इस ऩई वर्चुअल कोर्ट का प्रभारी महानगर दंडाधिकारी रुचि अग्रवाल असरानी को बनाया गया है। इस मौके पर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक भी मौजूद रहे। इनके अलावा जस्टिस राजीव शकधर, जस्टिस संजीव सचदेवा, जस्टिस नवीन चावला सहित जिला अदालतों के कई जज उपस्थित थे।
वर्चुअल कोर्ट को राजधानी की सड़कों पर लगने वाले सीसीटीवी कैमरों से जोड़ी जाएगी। यह सीसीटीवी फुटेज कोर्ट के पास आएगी और चालक के मोबाइल व ई मेल पर चालान भेजा जाएगा। कोर्ट की वेबसाइट वीकोर्ट्स डॉट गवर्नमेंट डॉट इन पर भी जाकर फोटो सहित चालान देख सकेंगे। इस चालान में वह फोटो जारी होगी जिसने उस समय नियम तोड़ा होगा। इस शख्स को घर बैठे ऑनलाइन चालान भुगतान की सुविधा भी इस कोर्ट के माध्यम से मिलेगा।