नई दिल्ली। भारत में पेङों की संख्या बढाने और पर्यावरण संरक्षण के उदेश्य से डीयू ने अब सभी स्टूडेंट्स के लिए एक-एक पेङ लगाना अनिवार्य कर दिया है। डीयू अंडरग्रैजुएट, पोस्टग्रैजुएट, एमफिल, पीएचडी सभी ,स्टूडेंट्स के लिए यह नए अकैडमिक सेशन से जरूरी कर दिया गया है। डीयू के एक्टिंग वाइस चांसलर प्रो पीसी जोशी ने यह एलान करते हुए कहा है कि अभी पीएचडी स्टूडेंट्स के लिए यह जरूरी किया जा रहा है कि एडमिशन के वक्त लगाए गए पेङ की प्रगति देखने के बाद ही उन्हें पीएचडी डिग्री दी जाएगी। धीरे-धीरे यूजी और पीजी की डिग्री लेने के लिए भी यह शर्त रखी जाएगी। पेङों की जियो टैगिंग से निगरानी होगी। बता दें कि डीयू एसी अनूठी पहल करने वाली देश की पहली यूनिवर्सिटी है।
किसी भी कोने में लगा सकते हैं पेड़
डीयू के प्रो.जोशी ने कहा, कि स्टूडेंट्स पेड़ देश के किसी भी इलाके में लगा सकते हैं, अपने गांव, शहर, कस्बे कहीं भी। डीयू में देशभर के स्टूडेंट्स हैं, इससे उनके इलाके की लोकल प्रजाति भी पनपेगी। पेड़ की प्रोग्ररेस का मूल्यांकन टीचर्स पूरे कोर्स के दौरान करते रहेंगे। यह एक तरह से स्टूडेंट के कोर्स का हिस्सा होगा। उन्होंने यह भी कहा है कि वह अपने स्टूडेंट्स को ‘जलवायु योद्धा’ का नाम देंगे। हालांकि अगर किसी का पेड़ किसी वजह से पनप नहीं पाया या क्षतिग्रस्त हो गया, तो उन्हें साक्ष्य भी देना होगा और उनके लिए दूसरा ऑप्शन खोजा जाएगा। पेड़ों को लेकर जागरूकता के कारण यह मुहिम शुरू की गई है। कहा यह भी जा रहा है कि अगर डीयू यह मुहिम शुरू करेगी तो बाकी यूनिवर्सिटी और स्कूल भी इसे फॉलो करेंगे।