शादी-समारोह शामिल हो सकेंगे सिर्फ 100 लोग

आगरा: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण रफ्तार पकड़ रहा है इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है किसी भी वैवाहिक कार्यक्रम में 100 से ज्यादा लोग शामिल नहीं होंगे. इसके बाद ऐसे लोग परेशान हैं जिनके घर में अभी हाल ही में वैवाहिक कार्यक्रम होने हैं.

कार्ड बांटे जा चुके हैं. हलवाइयों को ऑर्डर दिए जा चुके हैं. ऐसे में अब 100 लोगों में कैसे वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न किए जाएं इसे लेकर एबीपी गंगा ने आगरा के नाई की मंडी कॉलोनी में शिवहरे फैमिली के सदस्यों से बात की तो परिवार काफी चिंतित नजर आया.

परेशान है परिवार

शिवहरे फैमिली का कहना है कि उनके घर में 27 तारीख को बेटे की शादी है. जैसे ही जानकारी मिली है वैसे ही कार्ड बांटना बंद कर दिया. लेकिन, फिर भी 100 से अधिक लोगों को शादी में प्रतिभाग करने का निमंत्रण दे दिया है.

परिवार पूरी तरह पसोपेश में है कि कैसे 100 लोगों में कार्यक्रम आयोजित किया जाए. शिवहरे फैमिली का कहना है कि उनके घर में शादी की तैयारियां चल रही हैं और परिवार के लोग ही 100 के करीब बैठते हैं. ऐसे में वर पक्ष और वधू पक्ष दोनों को मिलाकर 100 लोगों में शादी कर पाना काफी मुश्किल है.

मेयर ने की अपील

वहीं, दूसरी तरफ आगरा में मेयर नवीन जैन ने प्रशासन से अपील की है कम से कम 200 लोगों की अनुमति 15 दिसंबर तक प्रशासन दे ताकि जिन लोगों के कार्ड बंट चुके हैं और शादी प्रस्तावित हैं वो लोग खुशनुमा माहौल में कार्यक्रम संपादित कर पाएं. लेकिन, फिलहाल ऐसा होता दिख नहीं रहा है.

प्रोटोकोल का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

अपर जिलाधिकारी (नगर) प्रभाकांत अवस्थी का कहना है कि 100 से ज्यादा लोगों को शादी में शामिल नहीं होने दिया जाएगा. कोविड प्रोटोकोल का उल्लंघन करने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि हमने 10 ऐसे लोगों को अनुमति दी है जो बैंड पार्टी के लोग हैं.

अगर आप अपनी शादी में बैंड बाजा की धुन पर कार्यक्रम आयोजित कराना चाहते हैं तो आपको अपने दोनों पक्षों की तरफ से 90 लोगों को ही शादी में बुलाना होगा. कार्यक्रम से पहले स्थानीय थाने में सूचना देनी होगी.

मायूस हैं व्यवसायी

कुल मिलाकर मुख्यमंत्री के 100 लोगों के शादी में शामिल होने के फरमान के बाद वो लोग परेशान हैं जिनके घरों में अभी हाल ही में शादियां होनी हैं. वहीं मैरिज होम संचालक, गेस्ट हाउस संचालक और बैंड बाजा से जुड़े व्यवसायी पूरी तरह से मायूस हो गए हैं.