ऑपरेशन महादेव से बौखलाया पाकिस्तान, मारे गए आतंकियों को बताया मासूम पाकिस्तानी

नई दिल्ली/लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान शाह की मौत के बाद पाकिस्तान की सरकार, सेना और मीडिया तिलमिलाए हुए हैं।
भारतीय सेना के ऑपरेशन महादेव के तहत हाशिम मूसा और दो अन्य आतंकियों को श्रीनगर के बाहरी इलाकों में ढेर किया गया। लेकिन पाकिस्तान अब इन आतंकियों को “मासूम पाकिस्तानी” बताकर फर्जी आरोपों और बेतुके दावों का सहारा ले रहा है।

हाशिम मूसा कौन था?

मारे गए हाशिम मूसा का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से था और वह पाकिस्तानी सेना की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) का पूर्व कमांडो था।
उसने सितंबर 2023 में भारत में घुसपैठ की और 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए हमले में शामिल रहा, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई।

पाकिस्तान का फेक नैरेटिव

पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’, न्यूज चैनल 365 प्लस और जिओ न्यूज ने एक सुर में दावा किया कि भारत ने डिटेन किए गए मासूम पाकिस्तानियों को एनकाउंटर में मारकर उन्हें आतंकी घोषित किया है।
‘डॉन’ ने लिखा कि “भारत ऑपरेशन महादेव के नाम पर स्टेज्ड एनकाउंटर कर रहा है” और पाक नागरिकों को जबरन आतंकी घोषित कर रहा है।

हास्यास्पद दावे और मौन सवाल

पाकिस्तानी मीडिया यह बताने में नाकाम रही कि –

हाशिम मूसा कश्मीर के जंगलों में हथियारों और सैटेलाइट फोन के साथ क्या कर रहा था?

723 पाकिस्तानी भारत की जेलों में कैसे पहुंचे?

56 पाक नागरिकों को भारत की सीमा में कैसे प्रवेश मिला?

बरामद हथियार

सेना ने मुठभेड़ स्थल से:

1 M4 कार्बाइन राइफल

2 AK-47 राइफल

अन्य भारी हथियार और सैटेलाइट फोन बरामद किए हैं।

मारे गए अन्य आतंकियों की पहचान

जिब्रान – सोनमर्ग सुरंग हमले में शामिल

हमजा अफगानी – सक्रिय पाकिस्तानी आतंकी

सेना की रणनीति और सफलता

सेना को सैटेलाइट फोन से सिग्नल मिलने के बाद ऑपरेशन महादेव शुरू किया गया। मुठभेड़ में तीनों आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें से हाशिम मूसा पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड था।
भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन को बड़ी आतंकवाद विरोधी सफलता माना है।