नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत भी हंगामेदार रही। विपक्ष ने पेगासस मामले को लेकर सरकार का घेराव किया। हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्रवाई को शुरू होते ही स्थगित करना पड़ा। विपक्षी सांसदों के हंगामे के चलते लोकसभा को दोपहर 2 बजे तक और राज्यसभा को 12 बजे तक स्थगित किया गया। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने राज्यसभा में कामकाज स्थगित कर नियम 267 के तहत तुरंत पेगासस फोन हैकिंग के मुद्दे पर चर्चा की मांग की है। जासूसी मामले पर टीएमसी के सांसदों ने प्रदर्शन किया है। उनकी मांग है मामले की जांच हो।
कोरोना कुप्रबंधन पर सरकार को घेरने के लिए तैयार विपक्ष
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में कोरोना पर सदन में राजनीतिक दलों के नेताओं को संबोधित करेंगे और सरकार की ओर से किए गए कोरोना प्रबंधन पर प्रजेंटेशन भी देंगे। तो वहीं विपक्ष भी सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर चुका है। इसीलिए आज शाम को स्वास्थ्य सचिव की ओर दी जाने वाली प्रेजेंटेशन को लेकर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘पहले डिस्कसन उसके बाद प्रेजेंटेशन। अगर वे डिस्कसन नहीं चाहते और सभी सांसदों को प्रेजेंटेशन देना है तो सेंट्रल हाल में दें। अगर कोविड की वजह से आप एक ही जगह नहीं बैठा सकते तो दो दिन कर सकते हैं या सुबह शाम एक दिन में भी कर सकते हैं।’
संसद सत्र से पहले पीएम ने ली सांसदों की बैठक
संसद सत्र से पहले पीएम मोदी ने सांसदों की बैठक ली और कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए जमीन पर काम करने की नसीहत दी। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए कहा कि वह अब भी कोमा से बाहर नहीं निकली है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है। वह इस बात को हजम नहीं कर पा रही है कि सब कुछ सामान्य हो रहा है और वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। दिल्ली में अब भी 20 फीसदी फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका नहीं लगा है। नकारात्मक माहौल बनाने के लिए सोचा-समझा प्रयास किया जा रहा है।