
पलियाकलां-खीरी। पलिया क्षेत्र में खनमाफियाओं द्वारा सिख समाज के लोगों के साथ मारपीट और धार्मिक भावनाएं आहत किए जाने का मामला सामने आया है। घटना से आक्रोशित सिख समाज ने शनिवार को पलिया के कमल चौराहा पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद जाम खुला और आवागमन बहाल हो सका।
घटना शुक्रवार की रात लगभग 9 बजे की बताई जा रही है। पलिया कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अतरिया निवासी सुरेन्द्र पाल सिंह ने कोतवाली पुलिस को दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र में बताया कि पलिया-भीरा मार्ग के बीच शारदा नदी से कुछ लोग अवैध रूप से बालू खनन कर रहे थे। सुरेन्द्र पाल सिंह अपने कुछ साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और खनन कर रहे लोगों को ऐसा करने से मना किया। उन्होंने खनन से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताया और कहा कि शारदा नदी में अवैध खनन के कारण पलिया क्षेत्र में बाढ़ आती है, जिससे किसानों की फसलें नष्ट हो जाती हैं और उनका भारी नुकसान होता है।
आरोप है कि समझाने के बावजूद खनन कर रहे लोग नहीं माने और गाली-गलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर खनमाफियाओं ने मारपीट शुरू कर दी और इस दौरान सुरेन्द्र पाल सिंह की पगड़ी सिर से उतारकर फेंक दी, जिससे सिख समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।
घटना की जानकारी मिलते ही सिख समाज के लोग बड़ी संख्या में कोतवाली पहुंचे और खनमाफियाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके बाद आक्रोशित लोग कमल चौराहा पहुंचे और जाम लगाकर विरोध जताया। जाम की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी जितेन्द्र सिंह परिहार भी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने पीड़ित पक्ष को आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के आश्वासन के बाद सिख समाज के लोगों ने जाम समाप्त किया। फिलहाल घटना को लेकर क्षेत्र में चर्चा का माहौल बना हुआ है और लोग प्रशासन की कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं।