
लखीमपुर-खीरी। पुलिस लाइन परिसर स्थित परिवार परामर्श केन्द्र में प्रभारी उपनिरीक्षक सुनीता कुशवाहा और उनके साथ कार्यरत काउंसलरों के प्रयास से आपसी मतभेद में उलझे 13 परिवारों में सुलह कराई गई। इन परिवारों को एक बार फिर साथ जीवन बिताने का अवसर देते हुए पति-पत्नी की आपसी सहमति से साथ-साथ विदाई की गई।
जुलाई माह के तृतीय शनिवार को परामर्श केन्द्र में कुल 24 मामले प्रस्तुत हुए, जिनमें गृहस्थी, घरेलू हिंसा, अतिरिक्त दहेज मांग, आपसी कलह आदि से जुड़े विवाद शामिल थे। इनमें से एक विशेष मामला ऐसा था जिसमें महिला ने पति व ससुराल पक्ष पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जांच में यह बात सामने आई कि दोनों ने प्रेम विवाह किया था, लेकिन जल्द ही छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद बढ़ने लगा। काउंसलिंग के दौरान दोनों पक्षों ने संवाद स्थापित किया और आपसी मतभेद मिटाकर फिर से साथ रहने का निर्णय लिया।
उक्त सत्र में काउंसलर श्रीमती नीति गुप्ता, कय्यूम ज़रवानी, महिला आरक्षी निकिता राठौर, मुद्रिका चौहान एवं मेहा सिंह ने संयुक्त रूप से सभी मामलों को गंभीरता से सुना और समाधान का प्रयास किया। परिणामस्वरूप 13 मामलों में सुलह हो सकी और पति-पत्नी साथ रवाना हुए।
पांच मामलों में न्यायिक प्रक्रिया लंबित होने के कारण कोई निर्णय नहीं हो सका, जबकि छह मामलों में पक्षकारों के बीच मनमुटाव की स्थिति बनी रही, जिन्हें समय दिया गया है।
परिवार परामर्श केन्द्र निरंतर पारिवारिक विघटन रोकने, आपसी मतभेद सुलझाने और समाज में सामंजस्य बनाए रखने की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहा है।