भगवान परशुराम की तपोभूमि जलालाबाद का नाम हुआ “परशुराम पुरी”

राष्ट्रीय परशुराम परिषद (उत्तर प्रदेश इकाई) ने सरकार का आभार व्यक्त किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने शाहजहांपुर जनपद के जलालाबाद का नाम बदलकर “परशुराम पुरी” करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। यह फैसला करोड़ों सनातनी परशुराम भक्तों के लिए आस्था और गौरव का विषय माना जा रहा है। सरकार का यह कदम भगवान परशुराम की तपोभूमि को न केवल सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान दिलाएगा बल्कि प्रदेश की आस्था और परंपरा को भी नई दिशा देगा।

राष्ट्रीय परशुराम परिषद (उत्तर प्रदेश इकाई) ने इस निर्णय का स्वागत किया है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित राज्य सरकार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है। परिषद ने केंद्र सरकार से भी यह मांग की है कि देशभर में भगवान परशुराम से जुड़े पावन स्थलों को दिव्यता और विशेष पहचान प्रदान की जाए।

परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा कि संगठन के संस्थापक एवं दर्जा प्राप्त पूर्व मंत्री सुनील भराला के प्रयास से मेरठ में परशुराम धाम स्थापित करने की दिशा में कार्य चल रहा है। प्रदेश संगठन महामंत्री डॉ. राघवेंद्र मिश्रा ने भी सरकार के इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए आभार प्रकट किया।

प्रदेश सह संगठन महामंत्री आशीष शुक्ला ने कहा कि अब संगठन सभी जिलों में प्रवास कर अपनी पकड़ को और मजबूत करेगा। अवध प्रांत के अध्यक्ष सौरभ अवस्थी ने संगठन की आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला। वहीं परशुराम शक्ति वाहिनी की क्षेत्रीय अध्यक्षा अनीता तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद रहीं।