ताजा जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी ग्रैंट्स कमीशन के अधिकारियों ने साफ किया है कि जेआरएफ और एसआरएफ स्कॉलरशिप्स का पेंडिंग एमाउंट एक हफ्ते के अंदर रिलीज कर दिया जाएगा.
दरअसल बहुत से रिसर्च फैलोज ने यह शिकायत की थी की एक लंबे समय से उन्हें फैलोशिप की राशि रिसीव नहीं हुई है. इस पर एक्शन लेते हुए यूजीसी ऑफीशियल्स ने एक स्टेटमेंट में साफ किया की जूनियर रिर्सच फैलो और सीनियर रिसर्च फैलो की पेंडिंग राशि एक हफ्ते के अंदर रिलीज कर दी जाएगी. इसके साथ ही पिछला बकाया एमाउंट भी क्लियर कर दिया जाएगा. जल्द ही पूरा एमाउंट कैंडिडेट्स के एकाउंट में आ जाएगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
यूजीसी के सेक्रेटरी रजनीश जैन ने इस बारे में बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से फैलोशिप का एमाउंट कैंडिडेट्स तक नहीं पहुंच पाया था. हालांकि अब यह समस्या हल हो चुकी है इसलिए अब एमाउंट रिलीज होने में समस्या नहीं होगी. उन्होंने कहा कि मौजूदा परिलब्धियों के साथ, बैकलॉग को भी क्लियर कर दिया जाएगा और फैलोशिप एक सप्ताह के भीतर स्टूडेंट्स के एकाउंट में जमा कर दी जाएगी.
यूजीसी स्कॉलरशिप्स
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूजीसी उन कैंडिडेट्स को स्कॉलरशिप देता है जो नेशनल एलिजबिलिटी टेस्ट या काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च नेट परीक्षा पास कर लेते हैं. ये परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित करायी जाती हैं. जेआरएफ की समय सीमा दो साल होती है लेकिन कैंडिडेट सभी रूल्स और रेग्यूलेशंस पर खरा उतरता है तो ये बाद में सीनियर रिसर्च फैलो यानी एसआरएफ में कनवर्ट हो जाती है.
जहां तक जेआरएफ के अंतर्गत मिलने वाले एमाउंट की बात है तो इसमें कैंडिडेट को 31,000 रुपए मिलते हैं और एसआरएफ के अंतर्गत 38,000 रुपए प्राप्त होते हैं. यूजीसी नेट और सीएसआईएआर नेट परीक्षा साल में दो बार आयोजित होती है. सामान्यतः ये एग्जाम जून और दिसंबर के महीने में कंडक्ट होता है लेकिन इस बार कोरोना के कारण परीक्षा शेड्यूल काफी बदला था.