माँ इच्छापूर्णी रामजानकी मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन

पिहानी, हरदोई। पिहानी स्थित माँ इच्छापूर्णी रामजानकी मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर पूज्य प्रकाश चंद्र जी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि कलियुग में मानव कल्याण का एकमात्र साधन भगवत भजन और भागवत कथा है। उन्होंने बताया कि कथा और भजन मानव जीवन को दिशा देने वाले ऐसे माध्यम हैं, जो प्राणीमात्र के दुख दूर कर आत्मिक शांति प्रदान करते हैं।

महाराज जी ने देवर्षि नारद के प्रसंग का उल्लेख करते हुए बताया कि नारद जी जब मृत्युलोक में आए और मनुष्यों को उनके कर्मों के अनुसार दुखों से पीड़ित देखा, तो उन्होंने भगवान विष्णु से प्राणियों के कल्याण का उपाय पूछा। भगवान विष्णु ने कहा कि कलियुग में मनुष्यों के कल्याण का सर्वोत्तम माध्यम श्रीमद्भागवत कथा का प्रसार है। इसी के श्रवण से मनुष्य के दुखों का नाश होता है और जीवन में पुण्य का संचय होता है।

उन्होंने संदेश दिया कि मनुष्यों को सदैव परोपकार की भावना रखनी चाहिए। साधु-संतों का जीवन समाज और लोककल्याण के लिए समर्पित रहता है। महाराज जी द्वारा प्रस्तुत भजन “देख लिया संसार मैंने…” पर श्रोता भावविभोर हो उठे।

कथा के अंतर्गत श्री राम विवाह महोत्सव भी आयोजित किया जा रहा है। भगवान श्रीराम, लक्ष्मण व गुरु विश्वामित्र के जनकपुरी आगमन और सीता स्वयंवर प्रसंग का मनोहारी वर्णन किया गया। रविवार को कलाकारों द्वारा आकर्षक धनुष यज्ञ का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।

कथा में प्रमुख रूप से वैष्णव हरिशरण महाराज, पुरोहित कविंद्र नाथ, गुरुचरन लाल, कृष्णपाल जोशी, विवेक शास्त्री, विपिन कुमार, संतोष कुमार, ओम रस्तोगी, कुलदीप दीक्षित सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।