6 माह पूर्व 500 ग्रा. नशीला पदार्थ लगाकर भेजा था जेल
एटा। योगी की पुलिस ने एक 16 वर्षीय युवक को अपराधी ही नहीं बनाया बल्कि मजबूर होकर उसने आत्महत्या भी कर ली। इस घटना के बाद पुलिस कप्तान से लेकर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मीड़िया से बात करने में इसलिए कतराते रहे कि युवक द्वारा आत्महत्या करने के पीछे एटा पुलिस के दो एसआई व दो कॉस्टेवल की संदिग्ध भूमिका रही है। मृतक युवक के पिता ने चार पुलिसकर्मियों के विरूद्ध अभियोग दर्ज कराने के लिए कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया, मगर देर रात तक पुलिस अभियोग दर्ज करने के लिए हीलाहवाली करती रही।
प्रार्थना पत्र में मृतक के पिता ने लगाए आरोप
कोतवाली नगर में दिये गये प्रार्थना पत्र में मृतक के पिता रवेन्द्र सिंह निवासी गली नम्बर 4 बापू नगर ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनका 16 वर्षीय पुत्र अभिषेक चौहान जिसे 12 मार्च 2021 को कोतवाली नगर में तैनात एसआई निवर्तमान चौकी प्रभारी मोहित राणा व एसआई शिव कुमार के अतिरिक्त हैड़ कॉस्टेबल उपेन्द्र कुमार, कॉस्टेबल रवीश कुमार द्वारा आधी किलो नशीला पदार्थ डायजापाम में जेल भेज दिया था। इस घटना की जानकारी व सम्बन्धित इस घटना में शामिल एसआई के ऑडियो पुलिस के अधिकारियों को भी दे दिये गये थे, जिसकी जांच हुई भी उच्चाधिकारियों द्वारा की जा रही थी, इस घटना में लगभग 3 महीने मेरा पुत्र जेल में रहा, जिसकी बजह से वह जेल से बाहर आने के बाद डिप्रेशन में रहने लगा। इस घटना से वह इसलिए परेशान था कि जब उसने कोई अपराध ही नहीं किया तब पुलिस ने नशीला पदार्थ लगाकर उसे क्यों जेल भेजा। इसी बजह से वह आये दिन परेशान रहता था, जिसके चलते आज 21 सितबंर दोपहर 12 बजे उसने घर में ही कमरे में बंद होकर गोली मार ली। घायलावस्था में जब अभिषेक चौहान को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी के बाद देर रात तक पोस्टमार्टम गृह पर सीओ सिटी सहित कई थानो की पुलिस बढ़ते पुलिस के विरूद्ध आक्रोश के तहत तैनात दिखी।