अमर भारती : देश में कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल इंदौर में इस महामारी की जद में आये 41 वर्षीय पुलिस निरीक्षक ने शनिवार देर रात दम तोड़ दिया। अधिकारियों के मुताबिक यह प्रदेश में कोविड-19 से किसी पुलिस अधिकारी की मौत का पहला मामला है। पुलिस अधीक्षक महेशचंद्र जैन ने रविवार को “पीटीआई-भाषा” को बताया,
“कोविड-19 से संक्रमित होने से पहले शहर के जूनी इंदौर पुलिस थाने के प्रभारी के रूप में ड्यूटी कर रहे 41 वर्षीय निरीक्षक ने एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। वह पिछले 20 दिन से अस्पताल में भर्ती थे।’’ जैन ने बताया, “डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद पुलिस निरीक्षक की जान नहीं बचायी जा सकी। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं।” कोविड-19 से निरीक्षक की मौत के बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर है।
कई लोग उन्हें कोविड-19 ‘‘योद्धा’’ बताकर सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इस बीच, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रवीण जड़िया ने बताया कि जिले में कोरोना वायरस से मौत के एक अन्य मामले में 70 वर्षीय महिला ने एक निजी अस्पताल में शुक्रवार को दम तोड़ दिया। पुलिस निरीक्षक और इस महिला की मौत के साथ ही जिले में इस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 49 पर पहुंच गयी है।
उन्होंने बताया कि संशोधित आंकड़ों के मुताबिक जिले में इस महामारी के मरीजों की संख्या फिलहाल 890 है। आंकड़ों की गणना के मुताबिक जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 5.50 प्रतिशत है। जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर पिछले कई दिन से राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले कहीं ज्यादा बनी हुई है। इंदौर में कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है।