नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के बाद से सियासी हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस के और भी नेताओं के भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस में नेताओं की नाराजगी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इससे यह तो स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस मौजूदा समय में भारी संकट के दौर से जूझ रही है।
भाजपा की कद्दावर ब्राह्मण चेहरे की तलाश खत्म
लेकिन जितिन प्रसाद अब जब आधिकारिक तौर पर भाजपा में हैं तो पार्टी में शामिल होने का भाजपा उन्हें क्या ‘प्रसाद’ देगी, यह देखने वाली बात है। उत्तर प्रदेश में जुलाई के दौरान पांच सीटों के लिए एमएलसी चुनाव होने हैं। माना जा रहा है कि जितिन प्रसाद को इनमें से एक सीट पर एमएलसी बनाया जा सकता है। दरअसल, भाजपा को उत्तर प्रदेश में काफी समय से कद्दावर ब्राह्मण चेहरे की तलाश थी। माना जा रहा है कि यह तलाश जितिन प्रसाद के रूप में खत्म हो रही है।
भाजपा ही वास्तव में ‘राष्ट्रीय’ पार्टी है : प्रसाद
बता दें कि राहुल गांधी के करीबी रहे जितिन प्रसाद ने दो साल की अटकलों के बाद बुधवार को इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा, “मेरा कांग्रेस के साथ तीन पीढ़ी का नाता है, इसलिए मैं बहुत देर बाद विचार-विमर्श कर यह निर्णय ले पाया। पिछले 8-10 सालों में, मैंने महसूस किया है कि अगर कोई एक पार्टी है जो वास्तव में राष्ट्रीय है, तो वह भाजपा है। अन्य दल क्षेत्रीय हैं लेकिन यह राष्ट्रीय पार्टी है।”